वर्धा. राज्य मार्ग परिवहन महामंडल के कर्मचारियों की हड़ताल के कारण लालपरी के पहिये पिछले 28 दिनों से रूके हुए है़ ऐसे में बुधवार को राज्य मार्ग परिवहन मंत्री की अध्यक्षता में हुई बैठक के बाद वह क्या घोषणा करते है, इस ओर सभी की नजरें टिकी हुई थी़ बैठक के बाद कर्मचारियों के समक्ष वेतनवृद्धि का प्रस्ताव रखते हुए परिवहन मंत्री ने काम पर लौटने का आह्वान किया़ किंतु, यह प्रस्ताव ठुकराते हुए कर्मचारी रापनि का सरकार में विलीनीकरण की मांग पर अड़े हुए है़.
परिवहन मंत्री ने हित में की विविध घोषणा
परिवहन मंत्री की अध्यक्षता में हुई बैठक के बाद वेतनवृद्धि की घोषणा की है़ इसमें 1 से 10 वर्ष सेवा देने वाले कर्मचारियों के वेतन में 5 हजार रुपए वृद्धि, 10 से 20 वर्ष सेवा देने वाले कर्मचारियों के वेतन में 4 हजार तथा 20 वर्ष से ज्यादा सेवा देने वाले कर्मचारियों के वेतन में 2 हजार 500 रुपए वेतन वृद्धि की गई है.
आंदोलन जारी रखने की भूमिका में कर्मी
किंतु एसटी कर्मचारी यह प्रस्ताव ठुकराते हुए आंदोलन पर डटे हुए है, जिससे लगातार 28 वें दिन भी कर्मचारियों का आंदोलन शुरू रहा़ जब तक राज्य सरकार में राज्य मार्ग परिवहन महामंडल का विलीनीकरण नहीं हो जाता, तब तक आंदोलन जारी रखे जाने की भूमिका कर्मचारियों ने अपनाई है.
अब तक 110 कर्मियों के खिलाफ कारवाई
जिले में 1 हजार 650 एसटी कर्मचारी कार्यरत है़ हड़ताल के दौरान कुल 110 कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की गई़ इसमें से 61 नियमित कर्मचारियों को निलंबित गया गया़ वहीं 59 रोजंदारी कर्मचारियों पर सेवा समाप्ति की कार्रवाई की गई है.