Jailbharo Satyagraha, AITUC

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    वर्धा. आशा, गुटप्रवर्तक, आंगनवाड़ीकर्मी, शापोआ, अंशकालीन स्त्री परिचर सहित अन्य योजना कर्मचारियों ने अपनी प्रलंबित मांगों को लेकर क्रांति दिवस पर जेलभरो सत्याग्रह आंदोलन किया़ आंदोलन में बड़ी संख्या में महिलाकर्मियों ने हिस्सा लिया. अनेक वर्षों से प्रलंबित मांगों को लेकर केंद्र व राज्य सरकार केवल आश्वासन दे रही है़ परंतु अब तक की गई घोषणा पर अमल नहीं किया जा रहा है. केंद्र सरकार का मानसून सत्र शुरू है़ कोरोना संकट के दौर में अपनी जान की बाजी लगाकर काम करने वाली आशा, आंगनवाड़ी कर्मचारियों ने काम किया़  अन्य देश की तुलना में देश में जीवितहानि कम हुई, यह बात वैश्विक स्वास्थ्य संगठन ने कही है.

    प्रधानमंत्री ने एक बैठक में आशा, आंगनवाड़ी कर्मियों को प्रतिमाह 25 हजार रुपए देने की बात कही, इस पर अमल किया जाए़ केंद्र सरकार ने श्रमिक विरोधी कानून वापस लेने की मांग को लेकर 9 अगस्त क्रांति दिवस पर दयालनगर रेलवे स्टेशन से आयटक के राज्य उपाध्यक्ष दिलीप उटाणे, प्रतिभा वाघमारे, सुरेश गोसावी, शबाना शेख, ज्योत्स्ना राऊत, वंदना कोलणकर, वंदना पावडे, मैना उईके, सुजाता भगत, वीणा पाटिल, अलका भानसे, रेखा तेलतुंबडे, शबाना खान के नेतृत्व में मोर्चा निकाला गया.

    10 लंबित मांगों की ओर खींचा गया ध्यान

    मोर्चा बजाज चौराहे पर पहुंचने के बाद जेलभरो सत्याग्रह में रुपांतरित हुआ़  रेलवे स्टेशन के तिरंगा झंडे को सलामी देकर राष्ट्रगान के बाद  घोषणा देते हुए महिलाए बजाज चौराहे पर पहुंची़  आंदोलन से कुछ समय के लिए मार्ग का यातायात अवरुध्द हो गया था. जीवनावश्यक वस्तुओं पर जीएसटी लगाने वाली सरकार चले जाओ, किसान विरोधी बिजली विधेयक रद्द करें. आशा वर्कर, गुटप्रवर्तक, आंगनवाड़ी कर्मचारी, शालेय पोषण आहार कर्मचारी, स्वास्थ्य विभाग की अंशकालीन स्त्री परिचर को दिये गए आश्वासन पूर्ण करने सहित करिब 10 महत्वपूर्ण मांगों को लेकर सत्याग्रह आंदोलन किया गया. 

    मोर्चा में शामिल 1,062 ने दी गिरफ्तारियां

    इस दौरान 1,062 योजना कामगार महिलाओं ने खुद को पुलिस के हवाले कर दिया़ आंदोलन में मनोहर पचारे, विनायक नन्नोरे, गजेंद्र सुरकार, माधुरी भगत, ज्ञानेश्वरी डंबारे,  तारा थेटे, वंदना खोब्रागडे, सिंधू खड़से, जयश्री पाटिल, सुनीता टिपले,  प्रमिला वानखेड़े, जयमाला बेलगे, मंजू शेंडे, शारदा जोगवे, वंदना रेवतकर, आम्रपाली बुरबुरे, माधुरी गलांडे, सविता वाघ, जयश्री देशमुख, अपर्णा आटे, वंदना गराड, शितल लभाने, कुसुम कुटेमाटे, अरुणा नागोसे, चंदा मेसराम, रेखा नवले, कुसुम तडस, रेखा काचोले, पार्बता जुनघरे सहित असंख्य महिलाए शामिल हुई थी.