Anganwadi workers strike

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वर्धा. न्यायिक मांगों के लिए आंगनवाड़ी सेविकाओं की हड़ताल 5वें दिन भी जारी रही. इस दौरान आंगनवाड़ी कर्मचारी संगठन, महाराष्ट्र राज्य आंगनवाड़ी कृति समिति व सीआईटीयू संलग्नित आंगनवाड़ी कर्मचारी संगठन के नेतृत्व में आंगनवाड़ी सेविकाओं ने सांसद रामदास तड़स, विधायक डा़ पंकज भोयर को समस्याओं से अवगत कराते हुए न्याय की गुहार लगाई है़  मांगें वरिष्ठ स्तर पर रखकर उन्हें दूर करने पूर्ण प्रयास किए जाने का आश्वासन दिया गया है.

आंगनवाड़ी सेविकाओं के मानधन में वृद्धि करने, नए मोबाइल व टैब देने, न्यायालयीन आदेशानुसार ग्रैजुइटी, सेवासमाप्ति एकमुश्त लाभ देने, खर्च में वृद्धि, आहार के दरों में वृद्धि करने, आंगनवाड़ी के किराए में वृद्धि करने, आंगनवाड़ी सेविका व सहायकों के रिक्त पद भरने, मिनी आंगनवाड़ी को आंगनवाड़ी में परिवर्तित करने, गणवेश रकम में वृद्धि करने, आंगनवाड़ी कर्मचारियों को मिलने वाली सामग्री नियमित देने, निवृत्त आंगनवाड़ी सेविकाओं की भरती 6 माह पहले देने, केंद्र सरकार ने महंगाई भत्ते में नियमित वृद्धि करने, बीमारी के लिए छुट्टी मंजूर करने, आंगनवाड़ी कर्मचारियों के कार्य की नियमावली निश्चित करने आदि विषयों पर आंगनवाड़ी सेविकाओं ने सांसद और विधायक के साथ विस्तृत चर्चा की. 

लोकसभा में रखी जाएगी समस्या : तड़स 

आंगनवाड़ी कर्मचारी संगठन, महाराष्ट्र राज्य आंगनवाड़ी कर्मचारी कृति समिति के प्रतिनिधिमंडल से चर्चा के दौरान सांसद रामदास तड़स ने कहा कि इस संबंध में महाराष्ट्र सरकार व केंद्र सरकार के पास मांग पूर्ण करने के लिए प्रयास किया जाएगा़  संसद सत्र में लोस में आंगनवाड़ी सेविकाओं की समस्याएं रखकर प्रलंबित मांगों को पूर्ण करने के संदर्भ में प्रश्न उपस्थित करने का आश्वासन दिया.

बजट अधिवेशन में उपस्थित करेंगे मुद्दा : भोयर

विधायक भोयर ने आश्वासन देते हुए कहा कि आंगनवाड़ी सेविका व सहायक माता से 6 वर्षीय बालकों के स्वास्थ्य संबंधित देखभाल करती है़ं  इससे बालमृत्यु का प्रमाण कम हुआ है़  किंतु, कार्य की तुलना में मानधन काफी कम है़ साथ ही छुट्टियां व अन्य सुविधाएं कम रहने के कारण सहानुभूतिपूर्वक विचार हो, इसके लिए मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री से आग्रह करेंगे तथा इस बजट अधिवेशन में मुद्दा उपस्थित करने का आश्वासन विधायक भोयर ने दिया़  इस प्रसंग पर अर्चना घुगरे, सचिव भैय्या देशकर, आंगनवाड़ी संगठन की जिला अध्यक्ष अर्चना मोकाशी, सचिव गुंफा कटारे, उपाध्यक्ष रंजना सावरकर के नेतृत्व में रंजना नेमाडे, प्रभा भांडेकर, संगीता तिमांडे, वीणा कुरसंगे, कोकिला सहारे, आम्रपाली डंभारे, दुर्गा मरसकोल्हे आदि उपस्थित थे.