- नियोजन के अभाव में बिगड़ रहा माहौल
वर्धा. स्थानीय जिला क्रीड़ा संकुल में रनिंग कर रहे आर्मी के जवान पर 2 लोगों ने हमला कर दिया़ इतना ही नहीं तो मैदान पर पुन: दिखाई देने पर जाने से मारने की धमकी भी दी गई. इस घटना के बाद मैदान पर नियमित प्रैक्टिस करने वाले खिलाड़ियों में भारी रोष व्याप्त था़ सभी लोग आर्मी के जवान पर हुए हमले का निषेध जता रहे थे़ इस घटना से क्रीड़ा संकुल में नियोजन तथा खिलाड़ियों की सुरक्षा का मुद्दा उपस्थित हो गया है.
संबंधित प्रशासन की अनदेखी बरकरार
अपने जीवन में कुछ कर दिखाने का जज्बा लेकर शहरी व ग्रामीण क्षेत्र के सभी उम्र के खिलाड़ी मैदान में नियमित प्रैक्टिस करने के लिए आते है़ं मैदान में रनिंग ट्रैक, फुटबॉल ग्राउंड, बैडमिंटन, बाक्सिंग, लॉंग जम्प आदि खेलों की सुविधाएं उपलब्ध कराई गई है़ ऐसे में रनिंग व अन्य फिजिकल एक्टीविटी करते समय किसी को टच होना स्वाभाविक बात है़ मैदान पर खेल भावना दिखाते हुए इसे नजरअंदाज करने की जरूरत है़ ऐसे में मंगलवार को आर्मी के जवान पर हुए हमले की घटना के बाद से क्रीड़ा संकुल में खिलाड़ियों में असुरक्षितता का माहौल है़ इस ओर संबंधित प्रशासन ने ध्यान देने की जरूरत है.
क्या है पूरा वाकया
फिर्यादी बोरगांव (मेघे) निवासी भूषण हरिदास गायधने भारतीय सेना में ऑर्डन्स एपीडी 33 रेजिमेंट पंजाब में पिछले 3 वर्ष से कार्यरत है़ रनिंग की बदौलत उन्हें सेना में नौकरी मिली़ वह अभी भी कॉम्पीटीशन की तैयारी कर रहे है़ हाल ही में छुट्टियों पर वर्धा लौटने के बाद वह नियमित रूप से प्रैक्टिस करने शहर के क्रीड़ा संकुल पहुंचे थे़ मंगलवार को रनिंग की प्रैक्टिस के दौरान 7.30 बजे ट्रैक पर उनके सामने एक छोटा बच्चा आया़ टकराव न होने देने के उद्देश्य से उन्होंने उक्त बच्चे को ट्रैक के बाजू किया़ इस दौरान नितिन जाधव व वैभव तिजारे इन दोनों आरोपियों ने बच्चें को हाथ क्यों लगाया, यह कहकर हमला किया़ इसमें भूषण की आंख पर गंभीर चोट आने से खून निकल आया था़ इस दौरान मैदान पर पुन: दिखने पर जान से मारने की धमकी आरोपियों ने दी. यह आरोप आर्मी के जवान ने थाने में दी शिकायत में लगाया है.
इन दिनों मैदान में भीड़ हो रही अनियंत्रित
राज्य सरकार ने पुलिस भरती की घोषणा करने के बाद से बड़े पैमाने पर ग्रामीण व शहरी युवा फिजिकल पात्रता पूर्ण करने प्रैक्टिस के लिए आ रहे है़ अपने पाल्यों के साथ छोटे बच्चे, वृद्ध नागरिक मॉर्निंग वॉक के लिए आते है़ इन दिनों समर कैम्प की भरमार है़ इसके लिए हजारों रुपयों की फीस विद्यार्थियों से ली जाती है़ इसमें कुछ अधिकृत तथा कुछ अनधिकृत रूप से कैम्प चल रहे है़ इसकी ओर क्रीड़ा संकुल प्रशासन की पूर्णत: अनदेखी हो रही है़ कैम्प के आयोजकों को टाइमिंग नहीं दिए जाने से विवाद की स्थिति निर्माण हो रही है़ इसके लिए जिला क्रीड़ा संकुल प्रशासन जिम्मेदार है.
संबंधितों के खिलाफ करें कड़ी कार्रवाई
क्रीड़ा संकुल की पवित्रता कायम रहनी चाहिए़ आज मुझ पर हमला हुआ, कल कोई और इस तरह के हमले का शिकार हो सकता है़ ऐसे में ग्रामीण विभाग का गरीब खिलाड़ी प्रैक्टिस कहां करें, यह प्रशासन हमें बताए. शुरूआत में पुलिस ने शिकायत दर्ज करने में टालमटोल भूमिका लेते हुए हमें खदेड़ने की कोशिश की़ फिर अदखलपात्र अपराध दर्ज किया़ संबंधितों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर हमें न्याय दें.
-भूषण गायधने, सेना का जवान.