Tarasavanga, Boat Accident

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    आष्टी शहीद (सं). भाई की अस्थियां विसर्जित करने नाव में बैठकर जा रहे 11 लोगों की गत तीन दिन पूर्व अमरावती जिले के झुंज स्थित वर्धा नदी में जलसमाधि हुई थी. जिनमें से तीन शव पहले ही पाए गए थे, लेकिन 8 लोगों की खोजबिन जारी थी, जिसे सफलता मिलते हुए आठ शवों को खोजने में बचाव पथक को सफलता मिली. जिसमें आष्टी तहसील के तारासावंगा निवासी नवदम्पति सहित सभी पांचों लोगों के शव बरामद हुए. उन पर एकसाथ गमगीन माहौल में गांव में अंतिम संस्कार किया गया.

    वरुड तहसील के गाडेगांव स्थित रिश्तेदार की दशक्रिया विधि के लिए तारासावंगा से वृषाली अतुल वाघमारे (20), अतुल गणेश वाघमारे (25), आदिती सुखदेव खंडाले (10), मोना सुखदेव खंडाले (12) व आशु अमर खंडारे (21) के साथ अमरावती जिले के तिवसाघाट निवासी निशा नारायण मटरे (22), गाडेगांव निवासी पियुष तुलसीदास मटरे (12), तिवसाघाट निवासी पूनम प्रदीप शिवणकर (24), गाडेगांव निवासी नारायण मटरे (45), लोणी निवासी किरण खंडाले (28), वंशिका शिवणकर (2) यह गए थे.

    दशक्रिया के दौरान अस्थिया विसर्जन हेतु नाव की मदद से झुंज गांव के पास नदी में गए. जहां तेज बहाव के चलते नाव पलटने से सभी को जलसमाधि मिली थी. घटना के पश्चात 14 सितम्बर को 3 शव बचाव दल को मिले थे, जिनमें नारायण मटरे, किरण व दो वर्षीय बालिका वंशिका शिवणकर का समावेश था. लेकिन अन्य शवों की खोजबीन जारी थी. 

    शवों को खोजने में बचाव दल को सफलता

    15 सितम्बर को एनडीआरएफ, एसडीआरफ की टीम ने दिनभर खोज अभियान चलाया, परंतु उनके हाथ कुछ नहीं लगा. पश्चात तीसरे दिन 16 सितम्बर को बचाव दल ने अभियान जारी रखते हुए सुबह 11 बजे तक 7 शवों को बाहर निकाला. इसके बाद एक और शव मिल गया. आज कुल 8 शवों को खोज निकालने में बचाव दल को सफलता मिली. इसके साथ ही दल ने राहत की सांस ली. जिनमें से दो शव द्रुगवाड़ा स्थित वर्धा नदी के पुल के पास, पांच शव कल नदी परिसर के अंबामाई देवस्थान परिसर में मिले. सभी शवों पर रिश्तेदारों के समक्ष शवविच्छेदन किया गया. 

    पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंपे सभी शव

    वरुड स्थित ग्रामीण अस्पताल के डा़ प्रमोद पोतदार व डा़ मनीष बदनावरे ने शवविच्छेदन किया, पश्चात शवों को उनके गांव भेजा गया. तारासावंगा में पांचों शव पहुंचते ही पूरा गांव शोक में डूब गया. इसके बाद तारासावंगा गांव समीप से बहनेवाले बाकड नाले पर अंतिम संस्कार किया गया. उक्त समय पुलिस का कड़ा बंदोबस्त रहा. उपसभापति गोविंदा खंडाले, पूर्व सरपंच रत्नपाल पाटिल, खंडविकास अधिकारी बारापात्रे, सचिन होले, अंकिता होले, अंजलि कडू मौजूद थे.

    बचाव दल में 63 जवानों रहे तैनात

    वर्धा नदी तट के झुंज परिसर में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ के 63 जवान बचत पथक के खोज अभियान में शामिल थे. वरुड के तहसीलदार देवानंद धबाले, उपविभागीय अधिकारी नितिनकुमार हिंगोले, मोर्शी के विधायक देवेंद्र भुयार व अन्य कर्मचारी मौजूद थे.

    सांसद तडस ने दी भेंट

    सांसद रामदास तडस ने झुंज में हुए घटनास्थल को भेंट देकर दु:ख जताया. साथ ही मृतक के रिश्तेदार को प्रति दस लाख रुपए मदद दिजाने का आश्वासन दिया.

    केवल 24 दिन का रहा साथ

    तारासावंगा निवासी नवदम्पति की भी इस हादसे में मौत हो गई. अतुल गणेश वाघमारे व वृषाली अतुल वाघमारे इस दम्पति का विवाह केवल 24 दिन पूर्व यानि रक्षाबंधन के दिन हुआ था. वे अपना आगे का जीवन खुशहाली से साथ बिता पाते उससे पहले ही उनकी जीवनलीला खत्म हो गई. दोनों को एक ही चिता पर रखकर अंतिम संस्कार किया गया.