वर्धा. शुक्रवार को बैंक ऑफ महाराष्ट्र के कर्मचारी हड़ताल पर जाने से कामकाज दिनभर बंद रहा़ इससे नागरिकों को बैंकिंग किए बिना ही वापस लौटना पड़ा है़ लगातार छुट्टियां आने की वजह से रकम निकासी तथा भरने के लिए बड़ी संख्या में ग्राहक बैंक में पहुंचे थे, लेकिन सभी की निराशा हुई है.
केंद्र सरकार की ओर से बैंकों का निजीकरण किया जा रहा है़ कई बैंकों में नए से पद भरती प्रक्रिया नहीं होने के कारण कर्मचारियों पर काम का बोझ काफी बढ़ गया है़ इसके चलते बैंक कर्मचारियों में रोष का माहौल है़ 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस की छुट्टी होने से बैंक बंद थी़ शुक्रवार के बाद चौथा शनिवार तथा रविवार आने के बाद लगातार 2 छुट्टियां आयी है.
इस कारण शुक्रवार को बड़ी संख्या में ग्राहक बैंक में रकम निकासी तथा जमा करने के लिए पहुंचे थे़ लेकिन हड़ताल के कारण उन्हें वापस लौटना पड़ा है़ यह हडताल केवल महाराष्ट्र बैंकों के कर्मचारियों तक सीमित थी़ हाल ही में बैंकिंग संगठनों ने भी 30 व 31 जनवरी को हड़लात की घोषणा की थी़ लेकिन लगातार छुट्टियों के चलते नागरिकों को भारी असुविधा होने वाली थी़ परिणामवश बैंकों ने अपनी हड़ताल पीछे ली है.