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    वर्धा. करोड़ों रुपए की हेराफेरी मामले में तत्कालीन श्रम अधिकारी चव्हाण की गिरफ्तारी के बाद अब आर्थिक अपराध शाखा पुलिस ने सेवानिवृत्त पंजीयन अधिकारी को हिरासत में लिया है़ एक-एक कर इस प्रकरण में अन्य आरोपी भी पुलिस गिरफ्त में होंगे, ऐसी संभावना है.

    बता दें कि, तत्कालीन श्रम अधिकारी पवनकुमार चव्हाण ने 14 मई 2020 से 9 सितंबर 2020 तक के कार्यकाल में मजदूर व उनके बच्चों को विविध योजना का लाभ पहुंचाया. परंतु इसमें धांधली की शिकायतें सामने आई थी़ं जांच पड़ताल में करोड़ों का गबन होने की बात स्पष्ट हुई़ परिणामवश वर्तमान श्रम अधिकार भगत की शिकायत पर रामनगर पुलिस ने चव्हाण के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया.

    इस प्रकरण में आर्थिक अपराध शाखा पुलिस ने चव्हाण को नागपुर से हिरासत में लिया था़ अब प्रकरण के तार श्रम कार्यालय के सेवानिवृत्त पंजीयन अधिकारी जगदीश गजानन कडू तक पहुंचे है़ं उस समय मजदूरों का पंजीयन कडू के जरिए ही किया गया था़ वह 31 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त हुए है़ं गुरुवार, 17 जून को कारला रोड परिसर के शिक्षक कालोनी स्थित निवासस्थान से कडू को हिरासत में लेने की जानकारी है.

    इस करोड़ों रुपए की हेराफेरी प्रकरण में अब तक दो आरोपी गिरफ्तार हो चुके है़ं आगामी दिनों में आरोपियों की संख्या में इजाफा होने की संभावना पुलिस ने जताई है़ पुलिस के हाथ किसी भी समय कुछ मजदूर नेता व अन्य कुछ कर्मियों तक पहुंच सकते है़ं परिणामवश अनेको के पैरों तले जमीन खिसक गई है़ आगे की जांच अपराध शाखा पुलिस के पीआई भानुदास पिदुरकर, सहा़ पुलिस निरीक्षक सचिन यादव कर रहे है़.