Electricity

    Loading

    झड़शी. परिसर में बिजली आपूर्ति बार-बार खंडित होने से ग्रामीण त्रस्त हो गए हैं. तकनीकी खराबी के चलते यह समस्या निर्माण हो रही है. बार-बार निर्माण होने वाली इस समस्या पर कोई भी उपाय योजना नहीं करने से नागरिकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. झड़शी व परिसर के गांवों में बार-बार बिजली आपूर्ति खंडित हो जाती है, परंतु इस ओर महावितरण कंपनी की अनदेखी कायम है. बिजली महावितरण कंपनी के इस मनमानी कार्य से नागरिकों में रोष व्याप्त है.

    रात में कभी भी बिजली आपूर्ति खंडित होने से रात भर मच्छर व गर्मी से नागरिक परेशान हो रहे हैं. झड़शी गांव में बिजली आने-जाने का कोई समय नहीं है. जरा सी भी बारिश होने से पर बिजली गुल हो जाती है. दो से तीन दिनों से इसमें वृद्धि हुई है. खापरी, रेहकी परिसर में बिजली के संदर्भ में समस्या बढ़ गई हैं. शिकायत करने पर भी समस्या का समाधान महावितरण कंपनी नहीं कर रही है. 

    महावितरण के मनमानी रवैये से चल रहा काम 

    महावितरण की मनमानी से रोजंदारी कर्मचारियों से ग्रामीणों को मजबूरन काम कराना पड़ रहा है. एक भी अधिकारी मुख्यालय में नहीं रहते. लाइनमैन का पद भी रिक्त है. अनेक जगह काम व्यवस्थित नहीं होने से पंद्रह दिन बिजली आपूर्ति सुचारु नहीं होती, जिससे जानवरों के पेयजल का प्रश्न निर्माण होता है. बागायती फसलों को पानी देना मुश्किल हो गया है. मार्ग के दोनों तरफ पेड़ों की टहनियां बढ़ गई है, जिससे भी बिजली बार-बार खंडित होती है. बिजली महावितरण कंपनी से इस ओर गंभीरतापूर्वक ध्यान देने की मांग नागरिकों ने की है.

    बिजली पर निर्भर व्यवसायियों पर आया संकट

    बिजली की आंखमिचौली से शासकीय काम प्रभावित हो रहे हैं. साथ ही साइबर कैफे, सेतु केन्द्र, इलेक्ट्रानिक्स दूकान, जेराक्स दूकान चलाने वाले व्यवसायियों को मानसिक व आर्थिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. एक ओर महावितरण कंपनी ने सख्ती से बिजली बिल वसूलना शुरू किया है. वहीं दूसरी ओर उचित सेवा नहीं दी जाती, जिससे बिजली आपूर्ति पर निर्भर व्यवसायी संकट में पड़ गए हैं.