ऐतिहासिक सिक्के, नोटों का संग्रहण; भारतीय शासकों के 38 शामिल, स्नेहजीत का अनोखा शौक

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    वर्धा. देश को महान, योद्धाओं राजाओं का गौरवशाली इतिहास प्राप्त है़ यह इतिहास नई पीढ़ी तक पहुंचाने, उन्हें ज्ञानार्जन के लिए मदद करने के उद्देश्य से शहर के युवा इंजीनियर स्नेहजीत शुक्ला ने ऐतिहासिक सिक्के, नोटों का संग्रहण करना शुरू किया़ साथ ही दुनियाभर के शासकों के सिक्के व नोट भी संकलित किए़ आज उसके पास 38 भारतीय शासकों के, 110 देशों के सिक्के तथा 75 देशों के नोटों का संग्रहण है़ जो निश्चित ही प्रेरणादायी है.  

    110 देशों के भी जुटाए सिक्के

    पुराने सिक्के व नोट जमा करने की प्रेरणा स्नेहजीत को उसके पिता अशोक शुक्ला से मिली़  वे सेवानिवृत्त प्राध्यापक होने के साथ ही 1972 से इन सिक्कों का संग्रह शुरू किया था़  ग्रामीण क्षेत्र से पढ़ाई के लिए शहर जाते समय उन्हें वर्धा नदी के पास रूकना पड़ता था़  इस दौरान मछुआरों के हाथ कई प्राचीन सिक्के लगते थे‍. उन्हें सिक्कों का कोई महत्व नहीं था़  वे दूकानदार को वह सिक्के देकर वस्तुएं खरीदने की चाहत रखते थे़  उनसे उन्होंने सिक्के प्राप्त कर उसका संग्रहण करना शुरू किया़  इस संग्रह को आगे ले जाते स्नेहजीत ने विभिन्न देशों की करन्सी जमा की है.  

    दुर्लभ शिवमुद्रा भी उपलब्ध

    छत्रपति शिवाजी महाराज का इतिहास सभी के लिए प्रेरणादायी है़  उनके शासनकाल में जारी की गई शिवमुद्रा, शिवराई यह सिक्के काफी दुर्लभ है़  यह सिक्के भी स्नेहजीत के संग्रह में है़  इसके अलावा दूसरी शताब्दी का कुशन, 2-3 शताब्दी का वेस्टर्न काष्टत्रप, कश्मीर क्विल दिधा 958, नागपुर भोसले, मालवा स्टेट, बहमानी गुलबर्ग, जयपुर स्टेट, अहमदनगर सुलतान, इंदौर स्टेट, कच्छ स्टेट, रतलाम स्टेट, बडोदरा स्टेट, जावारा स्टेट, बहवालपुर स्टेट, जयपुर स्टेट, ग्वालियर स्टेट, त्रावनकोर स्टेट आदि 38 भारतीय शासकों के ऐतिहासिक सिक्कों का समावेश है.  

    विभिन्न विदेशी मुद्राओं का समावेश

    इस संग्रह में हिटलर के अपने शासन काल में नाझी सिम्बाल का 1936 में जारी किया हुआ सिक्का, यूएसए का 1873 में सिल्वर मिक्स सिक्का, इजिप्त, कजाकिस्तान के साथ ही जब पाकिस्तान में बांग्लादेश था तब के समय की एक नोट भी संग्रह में है़  इसके अलावा हाल ही में रूस सरकार ने कोविड वारियर के सम्मान में जारी किया सिक्का तथा फिफा वर्ल्डकप के दौरान जारी की गई नोट का भी संग्रह है़ ऐसे में एशियन 100, ब्रिटीश 190 अन्य देशों के 280, भारतीय 200 ऐसे कुल नये पुराने 770 सिक्कों का संग्रह देखनेलायक है़ अब तक नागपुर समेत विभिन्न शहरों की प्रदर्शनी में स्नेहजीत ने हिस्सा लिया है. 

    नीलामी सिक्का भी संग्रह में है  

    ब्रिटेन में 1971 से 1982 तक प्रचलन में रहे एक सिक्के की 14 लाख रुपयों में नीलामी हुई थी़ इस सिक्के पर न्यू पेंस शब्द अंकित है़  जानकारों द्वारा उपलब्ध जानकारी के अनुसार दुनियाभर के केवल 5 ही सिक्के अब उपलब्ध है़ उनमें से 1 सिक्का सिक्का स्नेहजीत के संकलन में है.