Farmers
प्रतीकात्मक तस्वीर

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    वर्धा. कपास के दामों में फिर एक बार तेजी का दौर शुरू हो गया है. सोमवार को जिले के मंडियों में कपास को 9100 रूपये प्रति क्विंटल दाम मिले. आनेवाले दिनों में दामों और तेजी आने के संभावनाएं कृषि तज्ञों ने जताई है.

    इस वर्ष कपास का क्षेत्र कम होने तथा कोराना का प्रभाव कम रहने के कारण शुरू से कपास के दामों में तेजी रही है. शुरू के दिनों कपास कपास के दाम 9 हजार के करीब पहुंचे थे. परंतु, आवक बढने के बाद कपास के दामों में कुछ गिरावट दर्ज हुई थी. जिसके बाद कपास के दाम 8500 के आसपास स्थिर हुए थे. परंतु अचानक अब तेजी का दौर शुरू हुआ है.

    -बोंड इल्ली व अतिवृष्टी के कारण कपास फसल का नुकसान

    अतिवृष्टी व बोंड इल्ली के कारण कपास की फसल का इस बार बडा नुकसान हुआ है. जिससे उपज में कमी आने का अनुमान जताया जा रहा है. कपास की बढती मांग व उपज की कमी के कारण मंडियों में कपास की आवक कम हुई है. दिसंबर माह बितने के उपरांत भी मंडियों में आवक कम होने की जानकारी जिनिंग संचालकों ने दी. अनेक किसानों ने कपास की फसल उखाडने के कारण आगे उत्पादन में कमी होने का अनुमान जताया जा रहा है. परिणामवश सोमवार को अचानक कपास के दामों में तेजी आयी है.

    जल्द होंगे 10 हजार के पार भाव

    कृषि तज्ञों ने बताया की, ऐसी ही परिस्थिती रही तो आनेवाले देढ माह के भितर कपास के दाम 10 हजार के पार हो सकते है. कोरोना संक्रमन के कारण लाकडाऊन लगने पर ही दामों में गिरावट आ सकती है. किसान कपास बेचने की जल्दबाजी ने करे, बाजार की स्थिती का अवलोकन करने के उपरांत कपास बेचे, ऐसी जानकरी उन्होंने दी.

    उपज में कमी के कारण बढ रहे दाम

    वर्तमान में जिनिंग में कपास की आवक कम हुई है. कम उपज व बोंड इल्ली के कारण कपास का उत्पादन कम होने का अनुमान है. परिणामवश बाजार में तेजी आ रही है. आनेवाले दिनों में कपास के दाम और बढ सकते.

    -हरीष हांडे संचालक हर्षनिल अग्रो इंडस्ट्रीज