वर्धा. जिन लोगों का टीकाकरण पूर्ण होकर 9 माह का समय हो गया है, ऐसे नागरिकों के लिए बूस्टर डोज दिया जा रहा है़ सोमवार को पहला दिन होने से भीड़ होने की आशंका थी़ किंतु, स्वास्थ्य विभाग की ओर से किसी भी प्रकार का नियोजन नहीं किया गया. परिणामवश रेलवे अस्पताल में बूस्टर डोज के लिए पहुंचे नागरिकों की भीड़ बेकाबू हो गई थी, जिससे ज्येष्ठ नागरिकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा.
सोशल डिस्टेंसिंग की पूरी तरह से उड़ी धज्जियां
कोरोना टीकाकरण की शुरूआत ही ज्येष्ठ नागरिकों से हुई है, जिससे उन्हें टीका लेकर 9 महीने से ज्यादा का समय हो गया है़ ऐसे में सोमवार को बूस्टर डोज लेने टीकाकरण केंद्रों पर बड़ी संख्या में ज्येष्ठ नागरिक पहुंचे थे़ इस बीच कुछ नागरिक वैक्सीन का पहला तो, कोई दूसरा टीका भी लेने केंद्र पर पहुंचे थे़ इससे रेलवे अस्पताल के टीकाकरण केंद्र पर भीड़ बेकाबू हो गई थी़ सोशल डिस्टेंसिंग की पूर्णत: धज्जियां उड़ गई़ इस दौरान कुछ देर के लिए तनाव का वातावरण निर्माण हो गया था.
स्थिति मौके पर पहुंचे जिला शल्य चिकित्सक
रेलवे अस्पताल के टीकाकरण केंद्र के बारे में शिकायत मिलते ही जिला शल्य चिकित्सक डा़ सचिन तड़स ने मौके पर पहुंचकर मध्यस्थता की़ नागरिकों को शांत करते हुए वहां उपस्थित कर्मचारियों तथा संबंधित अधिकारी को आड़े हाथ लिया़ केंद्र पर ज्येष्ठ नागरिकों को बैठने की व्यवस्था, पीने का पानी तथा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हो इस उद्देश्य से उपाय योजना करने के निर्देश दिए.
वरिष्ठ नागरिकों टीका लगाने में दें प्राथमिकता
बूस्टर डोज लेने के लिए ज्येष्ठ नागरिक बड़ी संख्या में टीकाकरण केंद्र पर पहुंच रहे है़ ऐसे में ज्येष्ठ नागरिकों को बैठने, पीने के पानी की व्यवस्था करना जरूरी था़ किंतु कोई भी उपाय योजना नहीं की गई़ ज्येष्ठ नागरिकों को टीकाकरण के लिए प्राधान्य देना जरूरी है़ हमने शहर के साई मंदिर में ज्येष्ठों को बूस्टर डोज के लिए अलग से व्यवस्था करने का प्रस्ताव भी प्रशासन के सामने रखा है.
-चंदू राठी, नागरिक.
रजिस्ट्रेशन करने के बाद ही केंद्र पर आए
टीकाकरण केंद्र पर आने के पहले नागरिकों ने आनलाइन रजिस्ट्रेशन करना जरूरी है़ बूस्टर डोज के लिए भी पहले रजिस्ट्रेशन करें. इससे टीकाकरण केंद्र पर भीड़ नहीं होगी. रेलवे स्टेशन के केंद्र पर को- वैक्सीन ही उपलब्ध है़ इसके बावजूद कोविशील्ड लेने के लिए नागरिक वहां पहुंचने से केंद्र पर भीड़ हो गई थी़ मध्यस्थता के बाद समस्या दूर की गई है़ केंद्रों पर सुविधाएं उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए.
-डा़ सचिन तड़स, जिला शल्य चिकित्सक-वर्धा.