वर्धा. देवली तहसील के भिडी समीप चोंडी वनपरिसर में हिरन का शिकार कर मांस पकाने के मामले में 4 आरोपियों को 7 दिन की वन कस्टडी सुनाई गई़ जबकि इस प्रकरण में फरार 5वें आरोपी को वनविभाग ने शनिवार की देर रात्रि यवतमाल से अरेस्ट कर लिया है़ वन्यजीव शिकार की सप्ताह भर में दो मामले प्रकाश में आने से जिले में खलबली मची है.
भिड़ी के चोंडी परिसर में हिरन का मांस पकाकर भोजपार्टी करते हुए चोंडी निवासी विश्वेश्वर सोनटक्के, नागसिंह वाघमारे, रंजीत टामटे व सुरेंद्र वाघमारे को हिरासत में लिया गया था़ इस कार्रवाई को तलणी निवासी अनिल थूल के खेत में अंजाम दिया गया था़ जबकि विनोद नामक एक आरोपी फरार होने में कामयाब रहा़ चारों आरोपियों को पुलगांव न्यायालय में पेश करने पर उन्हें सात दिन की वन कस्टडी सुनाई गई थी़ पहले दिन हुई पूछताछ के आधार पर वनविभाग के हाथ अहम जानकारी लगी.
साइबर पुलिस की ली मदद
फरार आरोपी की तलाश में वनविभाग ने साइबर पुलिस की मदद ली़ इसके आधार पर पांचवें आरोपी विनोद देवतले को यवतमाल से शनिवार की देर रात्रि अरेस्ट किया गया़ विनोद यवतमाल जिले के भारी का निवासी है़ पिछले कुछ दिनों से वह कोल्हापुर (राव) में निवासित था़ अब हिरन शिकार प्रकरण में अरोपियों की संख्या 5 हुई है़ आरोपियों से वन विभाग ने मांस काटने के लिए उपयोग में लाया गया सत्तुर, कुल्हाड़ी व अन्य सामग्री जब्त कर ली है़ आगे की जांच उपवनसंरक्षक राकेश सेपट के मार्गदर्शन में वनपरिक्षेत्र अधिकारी रूपेश खेडकर कर रहे है़.
मादा हिरन थी गर्भवती!
वनविभाग के सूत्रों के अनुसार शिकार हुए हिरन की आयु दो वर्ष के करीब बताई गई़ वह मादा हिरन होने के साथ ही गर्भवती होने की बात सामने आयी है. शिकारियों ने क्रुरता से उसका शिकार किया. सत्तुर व कुल्हाड़ी से उसके टूकड़े किये गए़ इस गंभीर मामले में आरोपियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करने की मांग वन्यप्रेमी कर रहे है़.