वर्धा. इन दिनों दयालनगर में स्वच्छता का पूर्णत: बंटाढार हो गया है़ नालियां गंदगी से अटी पड़ी हुई है़ मार्ग पर गड्ढों में पानी जमा हो रहा है़ प्रतिदिन डेंगू के मरीज मिलने के बावजूद भी स्वच्छता की ओर गंभीरता से ध्यान नहीं दिया जा रहा. संबंधित विभाग के पास निरंतर शिकायत करने के बावजूद भी समस्या का निवारण नहीं हो रहा, जिससे नागरिक जनप्रतिनिधियों को कोसते नजर आ रहे है़ं जल्द समस्या की ओर ध्यान नहीं दिया तो नागरिकों का गुस्सा फूट सकता है़ सिटी में डेंगू का प्रकोप काफी बढ़ गया है़ ऐसे में दयालनगर परिसर में बालकों समेत कई नौजवान डेंगू की चपेट में आ गए है़ं वहीं कुछ को जान भी गंवानी पड़ी है़ फिर भी परिसर में स्वच्छता की ओर ध्यान नहीं दिए जाने का आरोप नागरिक कर रहे है़ डेंगू को रोकने के लिए किसी भी प्रकार की उपाय योजना नहीं किए जाने से नागरिक प्रशासन को कोसते नजर आ रहे है़.
नहीं की जाती गंदगी की नियमित सफाई
दयालनगर के कुछ क्षेत्र में नियमित रूप से कचरा संकलन नहीं किया जाता़ नालियों की सफाई पर अनदेखी होने से पानी जमा रहता है़ इस वजह से सर्वत्र गंदगी फैलने का आरोप नागरिक लगा रहे है़ं परिसर के गार्डन में सर्वत्र घास उगी हुई है़ साथ ही गड्ढों में पानी जमा रहने से वहां डेंगू मच्छरों की उत्पत्ति होने का आरोप नागरिकों ने लगाया है.
गहरी नींद में प्रशासन, कार्यवाही को लेकर उदासीन
प्रतिदिन डेंगू के मरीज मिलने के बावजूद नालियों में कीटनाशक का छिड़काव नहीं किया जा रहा़ फागिंग मशीन का भी कहीं अता-पता नहीं है. परिस्थिति अनियंत्रित होने के बाद लीपापोती करने की बजाय प्रशासन से गहरी नींद से जागने की गुहार नागरिक लगा रहे है़ं
गंदगी की सफाई को लेकर युवकों की पहल
कालोनी में फैल रही गंदगी के बारे में नागरिकों ने जनप्रतिनिधि के पास निरंतर शिकायत की़ फिर भी किसी भी प्रकार का कदम नहीं उठाया गया़ परिणामवश रोष व्याप्त युवकों ने आगे आकर गंदगी की सफाई के लिए पहल की़ स्वयं के खर्च से परिसर में युवकों ने कीटनाशक का छिड़काव करना शुरू किया है़ नागरिक भी अब स्वयं ही अपना परिसर स्वच्छ रखने का प्रयास कर रहे है़
जिम्मेदारी निभाने से पल्ला झाड़ रहा प्रशासन
कालोनी में डेंगू से कई मासूम शिकार हुए है़ निवासितों के सामने अपना वार्ड अपनी जिम्मेदारी जैसी परिस्थिति निर्माण हो गई है़ प्रशासन अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ रहा है़ परिस्थिति को नियंत्रित करने स्वच्छता अभियान चलाने की जरूरत है़ अगर ध्यान नहीं दिया तो समस्या गंभीर रूप लेगी़ इसके लिए प्रशासन जिम्मेदार रहेगा.
-रवि संगतानी, सामाजिक कार्यकर्ता