- खेल मंत्री के जिले में खिलाड़ियों की उपेक्षा
वर्धा. क्रीड़ा संकुल मैदान में इन दिनों कमर तक घास उग गई है, जिसमें जहरीले सांप निकल रहे है़ं मैदान में खिलाड़ियों के खेलते समय अगर घास में गेंद चली गई तो उन्हें जान हथेली में लेकर घास के अंदर गेंद ढूंढने जाना पड़ रहा है़ निरंतर शिकायतों के बावजूद भी क्रीड़ा संकुल के मेंटेनंस की ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है़ खेल मंत्री जिले के होने के बावजूद खिलाड़ियों की उपेक्षा होने से रोष बढ़ता जा रहा है.
सुविधा के अभाव में खिलाड़ियों की उपेक्षा
जिले के पालकमंत्री सुनील केदार खेल मंत्री होने से विभिन्न खेलों को प्रोत्साहन के साथ ही मैदान में सुविधाएं उपलब्ध होने की क्रीड़ा क्षेत्र से जुड़े लोगों को आस थी़ किंतु जिले में क्रीड़ा क्षेत्र के दृष्टिकोण से अब तक कुछ भी ठोस निर्णय नहीं लिया गया है़ ऐसे मैदानों में सुविधा के अभाव में खिलाड़ियों को प्रतिदिन उपेक्षा का सामना करना पड़ रहा है.
जिला मैदान में नहीं आवश्यक सुविधाएं
प्रोफेशनल खिलाड़ियों के लिए जिले का मैदान क्रीड़ा संकुल विभिन्न खेलों की प्रैक्टिस के लिए इकलौती जगह है़ इससे सभी प्रकार की सुविधाएं मैदान पर रहनी चाहिए़ प्रतिदिन शहरी विभाग समेत ग्रामीण के खिलाड़ी यहां आते है़ साथ ही स्पर्धा परीक्षा के लिए तैयारी करने वाले खिलाड़ी भी प्रैक्टिस करने आते है़ं किंतु रनिंग ट्रैक के साथ ही मैदान की पूर्णत: हालत अत्यंत खराब हो गई है़ खिलाड़ियों को मैदान में प्रैक्टिस करने में दिक्कत आने से रोष व्याप्त है.
ओपन जिम के इन्स्ट्रूमेंट हो गए खराब
क्रीड़ा संकुल मैदान में खिलाड़ियों को व्यायाम के लिए कुछ दिनों पूर्व ओपन जिम बनाई गई़ किंतु देखभाल की ओर ध्यान नहीं दिया गया़ परिणामवश जिम के सभी इन्स्ट्रूमेंट खराब हो गए है़ं इन्स्ट्रूमेंट की मरम्मत कार्य करना जरूरी था, किंतु ध्यान नहीं दिया जा रहा है. इन्स्ट्रूमेंट के कुछ हिस्से चोरी जाने की बात खिलाड़ियों द्वारा बताई जा रही है.
शौचालय में बदबू का माहौल
शौचालय की सफाई नहीं होने से मैदान से गुजरते समय बदबू आती है़ सुबह खिलाड़ियों को प्रैक्टिस करते समय दिक्कतें आ रही है़ बदबू की वजह से सुबह मैदान में आने वालों का स्वास्थ्य खतरे में है़ महिला खिलाड़ियों को परेशानी से गुजरना पड़ रहा है.