Sunil Kedar
सुनील केदार

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    वर्धा. जिले में समृद्धि महामार्ग के निर्माण कार्य के दौरान सिंचाई विभाग की नहर में पिल्लर बनाए गए है़, जिससे अनेक किसानों का नुकसान हुआ़ उपरोक्त नुकसान की रिपोर्ट 1 सप्ताह में प्रस्तुत करने के निर्देश पालकमंत्री सुनील केदार ने दिए़ समृद्धि महामार्ग से हुए किसानों के नुकसान का जायजा लेने के लिए पालकमंत्री ने विदर्भ सिंचाई विकास महामंडल सिंचाई भवन नागपुर में जायजा बैठक ली़  किसी भी राज्य के आर्थिक विकास में यातायात संसाधनों की उपलब्धता की जरूरत रहती है़  जिन राज्यों तथा शहर में अच्छे मार्ग का निर्माण होता है, उस परिसर का विकास बड़े पैमाने पर होता है.

    नहर में बने पिल्लर, नुकसान का लिया जायजा

    किंतु, कई बार होने वाला विकास अगर विनाश के मार्ग पर जा रहा हो तो समय पर लगाम लगाने की जरूरत पड़ती है़ ऐसा ही मामला नागपुर से मुंबई समृद्धि महामार्ग के निर्माण कार्य के दौरान हुआ है़ वर्धा जिले में महामार्ग के तहत सिंचाई विभाग की नहर में पिल्लर खड़े किए गए, जिससे अनेक किसानों का नुकसान हुआ है़ इस समय सिचाई विभाग के मुख्य अभियंता पवार, अधीक्षक अभियंता गवली, कार्यकारी अभियंता चव्हाण, उपविभागीय अभियंता हिंगे व महामार्ग प्रशासन के अधिकारी उपस्थित थे. 

    नहर से सिंचाई को पानी मिलना हुआ मुश्किल

    सेलू तहसील के सेलडोह अंतर्गत बोर प्रकल्प की मुख्य नहर का समृद्धि महामार्ग के कारण बड़ा नुकसान हुआ है़  पिछले 2 वर्षों से नहर से सटे खेतों का नुकसान हुआ़  पिल्लर के निर्माण कार्य से पानी की निकासी आसपास के खेत से होने के कारण फसल बर्बाद हो रही है़  नहर के हुए नुकसान के कारण अगले वर्ष किसानों को ऐन मौसम में पानी मिलना कठीन हो गया है. 

    समृद्धि महामार्ग प्रशासन की है जिम्मेदारी

    यह संपूर्ण जिम्मेदारी समृद्धि महामार्ग प्रशासन की है़  किसानों के नुकसान का मुआवजा समृद्धि प्रशासन से वसूल करने के निर्देश पालकमंत्री ने दिए़ बैठक में पालकमंत्री ने कार्यकारी अभियंता को प्रभावित किसानों की रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए़ साथ ही जलसंपदा विभाग के मुख्य अभियंता ने समृद्धि के कारण नहर वितरण प्रणाली के नुकसान की रिपोर्ट एक सप्ताह के अंदर प्रस्तुत करने के निर्देश दिए़  समृद्धि महामार्ग के कारण नुकसानग्रस्त नहर की मरम्मत समृद्धि प्रशासन तुरंत करें. किसानों के नुकसान की रिपोर्ट कृषि व राजस्व विभाग के पास तत्काल प्रस्तुत करने कहा है.