आष्टी-शहीद (सं). तहसील के सीमा पर स्थित वडाला (शहीद) स्थित स्मारक परिसर में वडाला-ऐनाडा मार्ग के निर्माण के लिए 2 अक्टूबर से बेमियादी अनशन शुरू किया गया है़ अनशन में ग्रापं के पदाधिकारी, नागरिक व सैनिक परिवार के सदस्यों ने हिस्सा लिया है़ पिछले कई वर्षों से वडाला-ऐनाडा मार्ग का काम वन विभाग ने रोका था.
वन विभाग को आह्वान देने के लिए प्रकरण न्यायालय में पहुंचा़ कानूनी लड़ाई ग्रामीणों ने जीतने के बाद मार्ग के निर्माण के लिए वडाला, वर्धपुर के स्वातंत्र्य संग्राम में शहीद वीरों के परिजनों ने अनशन में हिस्सा लिया है़ आष्टी के 1942 के स्वतंत्रता संग्राम में वडाला के भूमिपुत्र शहीद हुए थे़ इस शहीद भूमि वाले गांव का विकास आज भी अटका है़ इस ओर सरकार व प्रशासन अनदेखी कर रहा है़ स्वतंत्रता के 75 वर्ष बाद भी यह मार्ग दुर्लक्षित है.
खड़ीकरण व डामरीकरण जल्द करें
इस मार्ग का खड़ीकरण व डामरीकरण करने की मांग अनशन के दौरान की गई़ शहीद वीरों के रिश्तेदार अनशन कर रहे है़ं अनशनकर्ताओं में उपसरपंच बबन कोहले, वत्सला रामकृष्ण जोमदे, सत्यफुला लक्ष्मण उईके, सरपंच अर्चना संदीप पोटे, श्याम घोरमाडे, वर्धपुर की सरपंच संगीता गिरीधर निंभोरकर, खुशाल भोंडे, रमेश जोमदे, संतोष उईके, भाऊराव खंडार, प्रल्हाद ठोंगे, सिंधु नागोराव ढवले कुल 13 लोग शामिल हुए है़ खबर लिखे जाने तक वच्छला रामकृष्ण जोमदे (95) की तबियत बिगड़ गई थी.