वर्धा. बैंक के फर्जी दस्तावेज व सील तैयार करके कर्ज का बोझ हटाने के लिए पटवारी व बैंक व्यवस्थापन की आंखों में धूल झोंकी गई़ प्रकरण में शहर के व्यापारी कैलास अजाब काकडे (43) के खिलाफ शहर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है़ काकडे के विरोध में पहले ही धोखाधड़ी का मामला दर्ज है़ इस संबंध में न्यायालय में प्रकरण शुरू है.
अमरावती के डा़ पंजाबराव देशमुख अर्बन को-आपरेटिव बैंक लिमिटेड ने वर्धा के बैचलर मार्ग निवासी कैलास काकडे के खिलाफ पहले ही मामला दर्ज किया है़ यह प्रकरण न्यायालय में चल रहा था कि काकडे की जालसाजी का फिर एक मामला उजागर हुआ.
पुलिस के अनुसार बैंक ने काकडे को कर्ज देते समय उसने बावापुर परिसर की मौजा क्रं.135 सर्वे क्रं.45 क्षेत्रफल 1.70 हे़ , सर्वे क्रं.24/2, सर्वे क्रं. 22, सर्वे क्रं.135, सर्वे क्रं. 113 क्षेत्रफल 0.46, सर्वे क्रं.22 क्षेत्रफल 0.12 इस संपत्ति को मार्गेज रखा था़ पश्चात उसने बैंक का फर्जी लेटरपैड व सील तैयार कर इसके जरिए बावापुर के पटवारी को झूठी जानकारी दी गई.
प्रबंधक के फर्जी हस्ताक्षर भी किए
बैंक के प्रबंधक के फर्जी हस्ताक्षर कर कर्ज का बोझ हटाने के लिए कहा गया था़ यह बात प्रकाश में आने से बैंक ने जांच पड़ताल की़ इसमें बैंक द्वारा इस प्रकार का कोई पत्र जारी न करने की बात सामने आयी़ इसमें शाखा प्रबंधक द्वारा पत्र जारी करने की कोई तिथि नहीं थी, परंतु पटवारी ने पत्र स्वीकारने की तिथि 4 अगस्त 21 बताई गई. इसमें काकडे की जालसाजी सामने आते ही बैंक के अधिकारी श्याम भलावी (52) ने वर्धा थाने में लिखित शिकायत की़ इस आधार पर कैलास काकडे के खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज कर आगे की जांच शुरू कर दी.