- विपरीत स्थिति में जी रहे कर्मचारी
वर्धा. शासन के विभिन्न विभागों में कार्यरत अधिकारी और कर्मचारियों पर जनता की हर समस्या हल करने की जिम्मेदारी है. उन्हीं के परिजन इन दिनों जरूरी सुविधाओं की उपेक्षा का सामना कर रहे है़ं जिलाधिकारी कार्यालय के पिछे विभिन्न विभागों के सरकारी आवास विभिन्न समस्याओं से घिरे हुए है़ परिसर में नियमित रूप से सफाई नहीं की जाती़ परिणामस्वरूप नाले लबालब भर गए है.
जगह-जगह पेड़ पौधे उगने से सांप तथा बिच्छू निकलते है़ पेड़ों की टहनियां गिरने का डर लगातार बना रहता है़ फिर भी ऐसी विपरीत परिस्थिति में यह कर्मचारी यहां रहकर अपने दिन निकाल रहे है़ नागरिकों की विभिन्न समस्याओं का निराकरण करने की जिम्मेदारी विभिन्न विभागों में कार्यरत यह सरकारी कर्मचारी बखूबी निभा रहे है़ं कोरोना के समय अपनी तथा परिजनों की जान जोखिम में डालकर कर्मचारियों ने सेवाएं दी़ लेकिन उनकी समस्या पर इन दिनों प्रशासन भी अनदेखी कर रहा है.
इमारतों की हालत खस्ता
जिलाधिकारी कार्यालय के पिछे विभिन्न विभागों के सरकारी अधिकारी एवं कर्मचारियों के आवास है़ इसमें जिला परिषद, आपूर्ति विभाग, लोक निर्माण कार्य विभाग, राजस्व आदि प्रमुख विभागों के आवास का समावेश है़ अधिकारियों के आवास कुछ हद तक अच्छी स्थिति में है़, लेकिन कर्मचारियों के आवास की हालत काफी खस्ताहाल है़ इस समस्या की ओर गंभीरता से ध्यान देने की जरूरत है.
नहीं होती नियमित सफाई
सरकारी अधिकारी एवं कर्मचारियों की कालोनी में नियमित रूप से स्वच्छता नहीं होती़ यहां से गुजरने वाले नाले तथा घरों से निकासी होने वाली नालियां पूर्णत: भरी हुई है़ ऐसे में आवासों से पानी की निकासी की बड़ी समस्या निर्माण हुई है़ बारिश के समय में अधिकांश आवासों में नाले का पानी घुस जाता है़ साथ ही चारों ओर घास, झाड़ियां उगी हुई है़ आए दिन सांप, बिच्छू इन आवासों में निकलने से कर्मचारियों के परिजनों की जान पर खतरा बना रहता है.
कई आवास हो गए खंडहर
यहां के कर्मचारियों के आवास काफी साल पुराने है़ इसमें से कई आवास जीर्ण होने की वजह से अधिकारी वर्ग के कर्मचारियों ने वहां रहने से मना कर दिया़ परिणामस्वरूप मरम्मत कार्य के अभाव में यह आवास खंडहर बन चुके है़ लेकिन सामान्य कर्मचारियों को दूसरी जगह किराए पर रहना नहीं पुराता़ इस कारण वे बार-बार मरम्मत कार्य किए हुए उक्त पुराने आवासों में रह रहे है़ उपरोक्त आवास काफी जीर्ण होने से कभी भी दुर्घटना का डर बना रहता है.
परिसर में छाया रहता है अंधेरा
पहले ही इस परिसर में स्ट्रीट लाइट काफी कम है़ रात के समय इनमें से कई लाइटें बंद पड़ी है़ इस बारे में बार बार शिकायतें करने के बावजूद भी समस्या का समाधान नहीं होता़ परिणामस्वरूप पर परिसर में घनघोर अंधेरा छाया रहता है.
किसी के रोष का शिकार नहीं बनना
आवास में काफी समस्याएं है़ इस बारें में कितनी बार शिकायत करें. हर बार शिकायत करके हमें किसी भी अधिकारी के रोष का कारण नहीं बनना है. अगर वे हमें टार्गेट करें तो आफत होगी, ऐसा डर कर्मचारियों में है. इससे वे सरकारी आवास में हो रही परेशानी चुपचाप सह रहे है़ अपनी परेशानी की शिकायत करने से वे बचते दिखाई दे रहे है.