गुढे ने कसा पूर्व विधायक शिंदे पर तंज, शिवसेना की सामने आयी गुटबाजी

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    हिंगनघाट (सं). शिवसेना के जिला संपर्क प्रमुख अनंत गुढे ने पत्रपरिषद में अप्रत्यक्ष रूप से पूर्व मंत्री तथा सेना नेता अशोक शिंदे पर तंज कसा. गुढे ने कहा कि पहले हिंगनघाट विधानसभा क्षेत्र को शिवसेना के गढ़ के रूप में जाना जाता था. परंतु पिछले कुछ वर्षों से गढ़ कमजोर हुआ है. संगठन मजबूत करने के लिए किसी भी प्रकार के प्रयास नहीं किए जाने का आरोप लगाकर शिंदे की कार्यप्रणाली पर संदेह खड़ा किया. इसके चलते एक बार फिर से शिवसेना में गुटबाजी सामने आयी है.

    इस समय शिवसेना जिलाप्रमुख अनिल देवतारे, प्रशांत शहागडकर, उपजिला प्रमुख राजेंद्र खुपसरे, तुषार देवढे, युवा सेना अध्यक्ष अभिनंदन मुनोत, प्रकाश अनासाने, नगरसेवक श्रीधर कोटकर, पूर्व नगरसेवक शंकर मोहमारे, सतीश ढोमणे, नये से शिवसेना में प्रवेश लेने वाले नप उपाध्यक्ष चंद्रकांत घुसे, सतीश धोबे, सुरेश मुंजेवार, नगरसेवक तथा स्थानीय शिवसेना पदाधिकारी उपस्थित थे़.  शिवसेना उप नेता अशोक शिंदे नदारद रहने से शिवसैनिकों में संभ्रम की स्थिति दिखाई दी. इस पर गुढे से सवाल पूछने पर उन्होंने उपनेता बड़े है, उन्हें हम कैसे निमंत्रित करे. ऐसा कहकर पार्टी में सबकुछ ठिक नहीं होने का परिचय दिया. 

    विश्वास में नहीं लिया जाता था

    शिवसेना में प्रवेश लेने वाले नगर परिषद उपाध्यक्ष चंद्रकांत घुसे ने कहा कि कुणावार नगर परिषद में ज्यादा हस्तक्षेप कर रहे थे.  इस दौरान विकास कार्य करते समय विश्वास में नहीं लिया जाता था,  जिससे भाजपा छोड़ने का निर्णय लिया है. 

    शिवसेना प्रमुख पर विश्वास है: शिंदे

    पत्र परिषद में अनुपस्थिति के बारे में पूर्व विधायक अशोक शिंदे ने कहा कि मेरे नेतृत्व में शिवसेना ने जिला परिषद, नगर परिषद में सत्ता प्राप्त की थी.  अब तक एक भी दाग नहीं लगा है.  संपर्क प्रमुख ने प्रसिध्दि प्राप्त करने के लिए कहा होगा. मेरी अनुपस्थिति में अगर पार्टी को बल मिलता होगा तो मुझे हर्ष है. मुझे शिवसेना प्रमुख पर पूर्ण विश्वास है.