- 1 से 4 थी तक आनलाइन क्लास
- 10 तक दिवाली का अवकाश रहेगा
वर्धा. कोरोना महामारी के चलते पिछले डेढ़ वर्ष से स्कूलें बंद थी़ हाल ही में सरकार ने माध्यमिक स्कूल व महाविद्यालय शुरू कर दिए है़ वहीं आज भी 1 से 4 थी की प्राथमिक स्कूलें शुरू होने का इंतजार जिले के 68 हजार 743 विद्यार्थी कर रहे है़ं परंतु स्कूलें आरंभ होने के पहले ही उन्हें 10 नवंबर तक दीपावली की छुट्टियां मिल गई है़ परिणामवश अवकाश के बाद ही जिले के प्राथमिक विद्या मंदिरों में प्रत्यक्ष अध्ययन आरंभ होने की संभावना जताई जा रही है़ बता दें कि, देश व राज्य में कोरोना महामारी ने हाहाकार मचा रखा है.
पिछले दो वर्षों से लाकडाउन, सख्त पाबंदियों जैसी स्थिति से लोगों को गुजरना पड़ा. कोरोना का संक्रमण न फैले इसलिए सरकार ने अनेक कड़े कदम उठाए़ परिणामवश बड़े उद्योग, व्यापार जगह प्रभावित हो गया था़ अनेकों के रोजगार छीन गए़ लोग दो वक्त की रोटी के लिए तरस गए थे.
आनलाइन शिक्षा से ग्रामीण के छात्र रहे वंचित
कोरोना का असर स्वास्थ्य, व्यवसाय, शिक्षा सहित सभी क्षेत्र पर हुआ़ इसे ध्यान में रखते हुए सरकार ने सभी प्रवर्ग के अध्ययन पर रोक लगा दी थी़ वर्धा जिले में भी स्थिति काफी गंभीर पैदा हुई थी़ अनेकों ने आक्सीजन व बेड के अभाव में जान गंवाई़ कोरोना महाकारी का सर्वाधिक असर शिक्षा क्षेत्र पर देखा गया़ विद्यार्थियों के स्वास्थ्य का हवाला देते हुए पिछले डेढ़ वर्ष से प्राथमिक, माध्यमिक व महाविद्यालयीन शिक्षा मंदिर बंद रखे गए थे़ इस दौरान आनलाइन शिक्षा प्रणाली पर जोर दिया जा रहा था़ परंतु ग्रामीण क्षेत्र के विद्यार्थी इससे वंचित रह रहे थे.
प्राथमिक स्कूलें 11 के बाद शुरू होने के आसार
पिछले कुछ महीनों से कोरोना का असर कम होने से धीरे धीरे सरकार ने पाबंदियां हटाना शुरू कर दिया. परिणामवश जनजीवन पटरी पर लौटने लगा है़ हाल ही में सरकार ने माध्यमिक व कनिष्ठ विद्यालय शुरू करने का निर्णय लिया है़ इसके बाद महाविद्यालयीन शिक्षा शुरू की गई़ परंतु इसमें विद्यार्थियों के लिए कोरोना के दोनों डोज अनिवार्य किये गए है़ फिलहाल प्राथमिक स्कूलें बंद रखी गई है़ ऐसे में अब स्कूलें आरंभ होने के पहले ही नन्हें विद्यार्थियों को दीपावली की छुट्टियां घोषित की गई है़ परिणामवश अब प्राथमिक स्कूलें 11 नवंबर के बाद ही शुरू होने की संभावना है.
स्कूलों में नहीं लौट पाई रौनक
फिलहाल कोरोना नियमों के तहत जिले में माध्यमिक, कनिष्ठ तथा महाविद्यालयीन शिक्षा आरंभ हुई है़ परंतु अभी भी पूर्ण क्षमता से स्कूल, कालेज शुरू नहीं हो पाये है़ महाविद्यालयीन विद्यार्थियों के लिए कोरोना टीके के दोनों डोज अनिवार्य बताये गए़ अनेकों का टीकाकरण न होने से उन्हें कालेज में प्रवेश नहीं दिया जा रहा है. परिणामवश जिले के शिक्षा मंदिरों में पहले जैसी रौनक नहीं देखने मिल रही है.
मिल रही आनलाइन शिक्षा
जिले में माध्यमिक तथा विद्यालयीन शिक्षा आरंभ होने से अब प्राथमिक शिक्षा कब आरंभ होगी, इसकी प्रतीक्षा जिले के 68 हजार 743 विद्यार्थी कर रहे है़ं फिलहाल इन विद्यार्थियों को आनलाइन शिक्षा का पाठ गिराया जा रहा है, परंतु इसमें नेटवर्क, एन्ड्राइड मोबाइल की समस्या रोडा साबित हो रही है़ अनेक गरीब विद्यार्थियों के पास मोबाइल तक नहीं है, ऐसे में प्राथमिक की स्कूलें शीघ्र आरंभ किए जाने की मांग उठ रही है.
तहसील विद्यार्थी
आर्वी 7138
आष्टी 3691
देवली 8518
हिंगनघाट 12776
कारंजा 4208
सेलू 7073
वर्धा 19411
समुद्रपुर 5928
कुल : 68743