laxmi pratima, Laxmi Idols

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    वर्धा. दीपावली पर्व को कुछ ही दिन ही शेष है़  ऐसे में मूर्तिकारों की ओर से मां लक्ष्मी की मूर्तियां साकार की जा रही है़  4 नवंबर को महालक्ष्मी पूजन होगा़  इसके पहले 2 नवंबर को धनतेरस रहेगा. दीपावली को त्योहारों का राजा कहा जाता है़  इस धार्मिक पर्व पर महालक्ष्मी का विधिवत पूजन किया जाता है.

    शहर के अनेक मूर्तिकार महालक्ष्मी की मिट्टी की मूर्तियां बनाने में जुट गए है़ं अब पेंटिंग कर मां लक्ष्मी की मूर्ति को वस्त्र आदि पहनाकर अलंकार, आभूषण से सजाने का काम चल रहा है. शीघ्र ही उक्त मूर्तियां तैयार होने के बाद मार्केट में बिक्री के लिए उपलब्ध होंगी. परंतु इससे पहले ही पीओपी की प्रतिमा मार्केट में बिक्री के लिए आने से कुम्हारों की चिंता बढ़ गई है. 

    एक से डेढ़ फीट की मूर्ति 400 से 800 रु. में 

    बता दें कि इस बार मिट्टी की बनी हुई लक्ष्मी की मूर्तिंयों पर महंगाई का साया दिखाई दे रहा है़  एक से डेढ़ फीट तक बनाई जा रही मूर्तियों की कीमत 400 से लेकर 800 रुपए तक देखी जा रही है़  इससे छोटी मूर्ति 150 से 300 रुपए तक है़  ऐसे में श्रध्दालुओं को अधिक मूल्य चुकाकर मूर्तियों की खरीदारी करनी होगी़  वहीं गत वर्ष की तुलना में इस वर्ष कुम्हारों ने लक्ष्मी की मूर्ति कम तैयार किए जाने की खबर  है़  पिछले दो वर्षों से कुम्हार समाज कोरोना महामारी की मार झेल रहा है़  इससे उनका आर्थिक गणित बिगड़ गया है.  

    पीओपी की प्रतिमा बिक्री पर रोक लगाएं 

    दुर्गोत्सव व गणेशोत्सव में ऊंची मूर्तियां बनाने की अनुमति न होने से उन्हें आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा. अब दीपावली जैसे पर्व पर पीओपी की प्रतिमा बड़ी संख्या में मार्केट में बेचने के लिए आने से मिट्टी से बनी मूर्तियों की खरीदी कम होने की संभावना है़  मिट्टी से लेकर रंग व साजसज्जा की वस्तुएं महंगी हो गई है़  इस स्थिति में कुम्हार दिनरात एक करके मिट्टी की मूर्तियां तैयार कर रहे हैं. परंतु उनकी उम्मीद के अनुसार मूर्तियों की खरीदारी न होने से उनमें मायूसी छायी है़  सरकार व प्रशासन से पीओपी की प्रतिमाओं की बिक्री पर पाबंदी लगाने की मांग मूर्तिकार कर रहे है़. 

    मिट्टी के दीयों का निर्माण जोरों पर 

    लक्ष्मी की मूर्तियों के साथ-साथ कुम्हार समाज मिट्टी के विभिन्न डिजाइन के दीयों का निर्माण कर रहे है़ं इन दीयों की कीमत उनकी बनवाई पर तय की जा रही है़  साधे दीये 25 से 30 रुपए डझन के हिसाब से बेचे जा रहे हैं. वहीं डिजाइन के प्रति दीया 15 रुपए से 60 रुपए तक है.