वर्धा. त्योहारों के शुरू होते ही फिर एक बार वाटर कैन के व्यवसाय में तेजी आयी है़ पानी की कैन ग्राहकों तक पहुंचाने के बाद पुन: वापस लायी जाती है़ वहीं कैन का व्यवसायियों द्वारा बार-बार उपयोग किया जाता है़ दूसरे ग्राहक को पानी उपलब्ध कराने के पहले कैन की धुलाई महत्वपूर्ण है़ किंतु पानी भरने के पहले कई व्यवसायी कैन की स्वच्छता की ओर अनदेखी करने की बात सामने आयी है़ कैन से अशुध्द जल की आपूर्ति होने के कारण नागरिकों का स्वास्थ्य खतरे में आ गया है़ प्रशासन की अनदेखी की वजह से बिना रोकटोक व्यवसाय चल रहा है.
खोलकर नहीं देखना पड़ रहा महंगा
कई बार हम पानी की कैन खरीदी कर लाने के बाद इसे खोलकर नहीं देखते़ समारोह में तो कैन का ठंडा पानी लाने के बाद इसे खोलकर जांचा ही नहीं जाता, यह वास्तविकता है़ किंतु, यही बात हमारे स्वास्थ्य पर बन सकती है़ कैन व्यवसायियों द्वारा नियमित रूप से कैन की स्वच्छता नहीं की जाने से इन दिनों शहरों के कुछ कैन व्यवसायियों द्वारा अशुद्ध जल की आपूर्ति हो रही है़ अन्न व प्रशासन विभाग को कैन की स्वच्छता की ओर गंभीरतापूर्वक ध्यान देना जरूरी हो गया है.
कैन में निकली इल्लियां से बढ़ा टेंशन
दूकान से पानी की कैन लाने के बाद जिसमें इल्लियां निकली़ यह अनुभव शहर के राजनगर निवासी दिलीप वावरकर को आया़ उन्होंने हमेशा की तरह पानी लाकर पीना भी शुरू कर दिया था़ एअर के कारण कैन से पानी नहीं निकलने से उन्होंने कैन खोली़ तो अंदर इल्लियां दिखाई दी़ कई दिनों से स्वच्छता नहीं होने से ही कैन की यह हालत हुई थी़ दूकानदार से शिकायत करने पर उसने टालमटोल जवाब देना शुरू कर दिया.
कैन की धुलाई की व्यवस्था नहीं
सिटी में बड़े पैमाने पर कैन व्यवसाय फैला हुआ है़ वाटर कैन के व्यवसाय में एकही कैन का निरंतर उपयोग किया जाता है, जिससे व्यवसायी द्वारा कैन धुलाई के लिए अलग से प्लेटफार्म बनाना जरूरी है़ किंतु कुछ व्यवसायियों ने इस ओर अनदेखी की है़ ग्राहक के पास से कैन वापस आने के बाद नियमित रूप से धुलाई न करते हुए सप्ताह में या फिर महीने में एक बार धुलाई करके कई व्यवसायी पैसा बचाने का प्रयास करते है, लेकिन यही बात ग्राहकों का स्वास्थ्य खराब कर सकती है.