जनआक्रोश मोर्चा ने नप पर दी दस्तक, दुगना पानीपट्टी टैक्स बढ़ाने का विरोध

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    देवली (सं). किसी भी प्रकार की पूर्वसुचना न देते हुए अचानक नगर परिषद प्रशासन ने पानीपट्टी टैक्स दुगना कर दिया है, जिससे शहरवासियों में रोष का माहौल है़ साथ ही घरकुल के लाभार्थियों को निधि व अतिक्रमणधारकों को स्थायी पट्टे प्रदान करने की मांग को लेकर युवा संघर्ष मोर्चा के नेतृत्व में जनआक्रोश मोर्चा निकाला गया़ इस दौरान प्रशासन के खिलाफ नागरिकों ने जमकर नारेबाजी की़  नगर परिषद के प्रशासक राज में 10 मार्च 2022 को पानीपट्टी टैक्स दुगना बढ़ाने का निर्णय लिया है़ इससे अब तक 806 रुपए रहने वाला पानीपट्टी टैक्स यह 1600 रुपयों पर पहुंच गया है.

    वहीं मुख्य लाइन का 1000 रुपए टैक्स यह 1600 रुपए हो गया़ जबकि मेन लाइन का 1 हजार रुपए टैक्स यह 2 हजार रुपए हो गया है़  शहर में अधिकांश नागरिक यह किसान तथा खेतमजदूर है़ इस बार अतिवृष्टि के कारण खेती में भारी नुकसान हुआ है़ ऐसे में पानीपट्टी टैक्स दुगना किए जाने से जनता की कमर टूट गई है़ उसी प्रकार 4 वर्ष से प्रधानमंत्री आवास योजना के प्रत्येक घरकुल लाभार्थियों के 1 लाख 30 हजार रुपए सरकार की ओर प्रलंबित है़ वह कर्ज के बोझ तले दबे होने से अनुदान की सख्त जरूरत है.

    स्थायी पट्टे देने की प्रशासन से लगाई गुहार 

    उसी प्रकार अतिक्रमण धारकों को स्थायी पट्टे प्रदान करने की मांग प्रलंबित है़  यह सभी मांगे तत्काल पूर्ण किए जाने की मांग मोर्चा में शामिल नागरिकों ने की़  निवेदन नायब तहसीलदार सोरटे, प्रशासकीय अधिकारी ज्ञानेश्वर शिंदे को सौंपा गया़ आंदोलन में किरण ठाकरे, प्रवीण कात्रे, गौतम पोपटकर, नारायण सुरकार, मोहन जांभुलकर, नितिन सायंकार, दादाराव मून, गौरव खोपाल, सूरज भगत, मोहित कोसे, योगेश आदमने, इमरान शेख, गोपाल चोपडे, अर्चना मुन, संजय मरघाडे, शंकर बोबडे, शंकर केवडे, स्वप्नील मदनकर, अमोल झाड़े, सतीश राऊत, पंकज कारोटकर, शेवंता पाटिल, संजय वर्हाडे, अनिल हिंगे, रमेश पाचपोर, राजू कारोटकर, सतीश तांबेकर, दिलीप वाघमारे, अमोल ठाकुर समेत महिला व पुरुष आंदोलन में शामिल हुए.

    टैक्स में कटौती करने का दिया गया आश्वासन

    नगर परिषद पर नागरिकों का जनआक्रोश मोर्चा पहुंचा़ किंतु, मुख्याधिकारी मिलिंद साटोणे यह छुट्टी पर थे़ इस दौरान नायब तहसीलदार व प्रशासकीय अधिकारी ने पहुंचकर आंदोलनकारियों का रोष शांत करते हुए मांगे पूर्ण करने का आश्वासन दिया़ इससे आने वाले दिनों में पानीपट्टी टैक्स निश्चित ही कम होने की उम्मीद जाग गई है.