वर्धा. आर्वी के कदम अस्पताल में सामने आये अवैध गर्भपात प्रकरण के बाद इस परिवार की मुश्किलें दिन-ब-दिन बढ़ते ही जा रही है़ वर्तमान में पुलिस, स्वास्थ्य प्रशासन से लेकर करीब 7 विभागों के जांच के घेरे में कदम अस्पताल आ गया है़ परिणामवश कदम दम्पति को फिलहाल किसी भी प्रकार की राहत नहीं मिल पा रही है़ संपूर्ण प्रकरण में शल्य चिकित्सक की भूमिका पर सभी की नजरें टीकी हुई है.
अस्पताल की उलटी गिनती हो गई शुरू
बता दें कि 13 वर्षीय बालिका का गर्भपात करने के बाद आर्वी का कदम अस्पताल प्रशासन के शिकंजे में फंसते गया़ पीड़िता की मां ने इस संबंध में पहली शिकायत आर्वी थाने में दर्ज की़ तब से कदम अस्पताल की उलटी गिनती शुरू हुई़ पुलिस की जांच में अस्पताल परिसर से शिशुओं की 12 खोपड़ियां व 54 हड्डियां मिली़ पश्चात कदम के मकान से हिरन की खाल बरामद की गई़ परिणामवश पुलिस के साथ-साथ वन विभाग ने भी विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी़ इस दौरान स्वास्थ्य विभाग की टीम ने कदम अस्पताल में एंट्री की़ उनकी जांच में अस्पताल से सरकारी दवा, गर्भपात के लिए उपयोग में लाया गया ड्रग्ज, इंजेक्शन व अहम दस्तावेज बरामद किये गए.
खाद्य व औषधि विभाग ने भी खामियां की उजागर
इसके बाद आर्वी उपजिला अस्पताल के वैद्यकीय अधीक्षक डा़ मोहन सुटे ने थाने में शिकायत दर्ज की़ इस आधार पर डा़ रेखा व डा़ नीरज कदम के खिलाफ आर्वी पुलिस ने और धाराएं बढ़ा दी़ इस दौरान अस्पताल में बायोमेडिकल वेस्टेज के उचित प्रबंधन को लेकर सवाल उपस्थित किये गए़ इस संबंध में आर्वी नप ने अस्पताल को नोटिस जारी कर जांच के आदेश दे दिए़ इस दौरान वर्धा से खाद्य व औषधि प्रशासन की टीम ने आर्वी में दस्तक दी़ उनके निरीक्षण में भी कदम अस्पताल में भारी खामियां उजागार होने की जानकारी है़ इसलिए संबंधित विभाग ने भी अपनी जांच आरंभ कर दी़ इसके अलावा तीन दिन पहले पीसीपीएनडीटी कमेटी के सदस्यों ने कदम अस्पताल को भेंट देकर निरीक्षण किया.
एड. बिडवाइक ने खिलाफ में दायर की याचिका
इसके बाद कमेटी की लिगल एडवाइजर एड. कांचन बिडवाइक ने आर्वी के न्यायालय में कदम अस्पताल के खिलाफ याचिका दायर कर दी़ इन सब की चर्चा चल ही रही थी कि शनिवार की रात्रि पुलिस जांच में कदम अस्पताल से कुबेर का खजाना हाथ लगा़ इससे संपूर्ण जिले में हड़कम्प मच गया़ एक करोड़ के करीब नकद बरामद हुई है़ इससे कदम दम्पति की मुश्किलों में और इजाफा हो गया है़ उपरोक्त संपत्ति को लेकर अब आयकर विभाग के जांच की संभावना बढ़ गई है.
मामले में बचने के सभी मार्ग हो गए बंद
पुलिस सहित प्रशासन के अन्य विभागों की ओर से जांच कार्य शुरू कर दिया गया है़ इसमें हर दिन नए नए रहस्यमय खुलासे हो रहे है़. परिणामवश कदम परिवार के सदस्यों के बचने के सभी मार्ग लगभग बंद हो चुके है़ स्वास्थ्य विभाग ने सही दिशा में जांच करने पर और बहुत कुछ गंभीर बाते उजागर होने की संभावना जताई जा रही है.