कामगारों पर अन्याय कर रही महावितरण, विधायक भोयर से ज्ञापन में की शिकायत

    Loading

    वर्धा. बिजली महावितरण कंपनी में बाह्यस्त्रोत कामगार कार्यरत है़ हाल ही में उनका अन्य जगह तबादला कर उनसे 20,000 रुपए की मांग की गई़ रुपए नहीं देने पर 13 कामगारों को काम से निकाल दिया गया़ यह महावितरण कंपनी का अन्याय है, यह आरोप लगाते हुए कामगारों के प्रतिनिधिमंडल ने विधायक पंकज भोयर को निवेदन सौंपा है.

    ज्ञापन में बताया कि महावितरण वर्धा में बाह्यस्त्रोत कंपनी के अंतर्गत 450 कामगार कार्यरत है़ कामगारों का ठेका पवन इलेक्ट्रिक व कान्ट्रैक्टर नाशिक व महाराष्ट्र तकनीकी बेरोजगार नाशिक इस संस्था को जनवरी 2022 से दिया गया है़ वर्धा में 450 कामगार पिछले 10 से 15 वर्ष से कार्यरत है़ किंतु, एजेन्सी ने कामगारों को किसी भी प्रकार की पूर्वसूचना न देते हुए 13 कामगारों का आर्वी व हिंगनघाट में भेज दिया. 

    13 श्रमिकों को नौकरी से निकाल दिया

    कामगारों ने ठेकेदार दिनेश पगार से पूछने पर उसने सुपरवायजर से बात करने को कहा़ तब कामगारों को 20 से 25 हजार रुपयों की मांग संबंधितों द्वारा की गई है़ अगर पैसे नहीं दिए तो काम से निकालने की चेतावनी दी़ इस दौरान कामगारों ने पैसे देने से इनकार करने से 13 कामगारों को काम से निकाल दिया गया है़ इससे 14,000 रुपए महीना कमाने वाला कामगार अब बेरोजगार हो गया है़ कामगारों को इएसआइसी व पीएफ की सुविधा नहीं दी गई है़ यह महावितरण का अन्याय दूर करने प्रयास करने की मांग कामगारों के प्रतिनिधिमंडल ने की.