कारंजा-घाड़गे (सं). वार्ड 16 में दिवाकर मस्के के घर आंगन में महालक्ष्मी की मूर्ति प्रकट होने की चर्चा से खलबली मच गई थी़ इस दौरान अंधश्रद्धालुओं का मस्के के घर सुबह से ही दर्शन के लिए तांता लग गया था़ अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति के सदस्यों ने मस्के के घर जाकर जांच पड़ताल की़ तब मूर्ति स्वयं ही लाने की बात दिवाकर मस्के ने लिखित रूप से कबूल की है. मूर्तियां स्वयं प्रकट होने की चर्चा फैल गई थी.
श्रद्धा की आड़ लोगों के साथ धोखाधड़ी होने की संभावना को ध्यान में रखकर अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति के राज्य युवा प्रमुख पंकज वंजारे, जिला संगठक दशरथ जाधव, कारंजा तहसील अंनिस प्रमुख राजकुमार तिरभाने, महिला सदस्य संगीता पाटिल मस्के के घर पहुंचकर जांच पड़ताल की़ इस दौरान दिवाकर मस्के ने लिखित रूप से मूर्तियां स्वयं लाने की बात कबूल की़ महालक्ष्मी स्थापना यह श्रद्धा का विषय है जिसे चमत्कार न समझे.
चमत्कार के नाम पर फैला रहे थे अंधश्रध्दा
हमने इस वर्ष स्वयं ही स्थापना करने का निर्णय लिया है़ अगर कोई इसे चमत्कार कहकर झूठी बात फैलाता है तो उन पर अपराध दर्ज करेंगे, ऐसा भी कहा गया है़ इस दौरान अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति के पंकज वंजारे ने जनजागृति पर संबोधन किया़ इस प्रसंग पर प्रा़ सुभाष अंधारे, विलास वानखेड़े, विनोद पाटिल, मंदा नागले, बबीता शेंडे, संगीता भिसे, संगीता पाटिल समेत अनेक कार्यकर्ता उपस्थित थे.