- ग्रामीणों ने दिखाई सतर्कता
वर्धा. विवाह कार्यक्रम निपटाकर वापस गांव लौट रहे यात्रियों का मिनी मेटाडोर अनियंत्रित होकर पुलिया से सीधे नदी में जा गिरा़ शनिवार की रात्रि में बाभुलगांव (कोंगा) समीप हुए इस भीषण हादसे में 1 महिला की मौत हुई और 12 यात्री घायल हुए. हादसा के वक्त ग्रामीणों ने सतर्कता दिखाते हुए सभी घायलों को नदी से बाहर निकाला़ लक्ष्मी तानबा लोखंडे (74) की इलाज के दौरान मौत हो गई.
प्राप्त जानकारी के अनुसार नागपुर जिले के वाकी में विवाह समारोह के लिए देवली तहसील के पलसगांव (आबाजी) के कुछ लोग गए थे़ कार्यक्रम निपटाकर सभी मालवाहू मिनी मेटाडोर से वापस लौट रहे थे़ इनमें से कुछ लोग सुरगांव के थे़ इसलिए सुरगांव पहुंचने पर हर्षा पाटिल, प्रेमिला पाटिल, कमला मानकर तीनों उतर गई़.
ग्रामीणों ने निकाला नदी से बाहर
सुरगांव से वाहन क्रमांक एमएच 32 एजे 2622 देवली जाने के लिए निकला़ बाभुलगांव पहुंचते ही वाघाडा नदी की पुलिया पर चालक हेमंत पाटिल का वाहन से नियंत्रण छूट गया़ परिणामवश वाहन पुलिया से नदी में गिर गया़ यह बात ध्यान में आते ही बड़ी संख्या में ग्रामीण घटनास्थल पर पहुंचे.
प्रशासन की राह न देखते हुए ग्रामीणों ने मददकार्य शुरू किया़ उनकी सतर्कता से सभी घायलों को नदी से बाहर निकाला गया़ घायलों में दो वर्षीय बालिका सहित चालक हेमंत पाटिल, निकिता पाटिल, देवू पाटिल, दादा हुडे, त्रिवेणी हुडे, ज्योति वडते, रेखा लोखंडे, गुड्डी लोखंडे, भीमा लोखंडे, लक्ष्मी लोखंडे, छाया म्हस्के, चिऊ नगराले, सागर सालोडकर सभी निवासी पलसगांव का समावेश है.
सभी को तुरंत एम्बुलेन्स से सेवाग्राम के अस्पताल में दाखिल करवाया़ जहां इलाज के दौरान लक्ष्मी लोखंडे की मौत हो गई़ जबकि 2 की हालत चिंताजनक बताई गई़ बाभुलगांव वासियों ने सतर्कता दिखाने से अन्य यात्रियों की जान बची, ऐसा प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है.
पुलिया पर नहीं सुरक्षा दीवार
सेलू से येलाकेली मार्ग पर यह हादसा घटा है़ बाभुलगांव स्थित वाघाडा नदी की पुलिया पर सुरक्षा दीवार नहीं है़ं अगर सुरक्षा दीवार होती तो हदसा रोका जा सकता था. सुरगांव व बाभूलगांव दोनों जगहों पर पुलिया को सुरक्षा दीवार नहीं है़ इस ओर ग्रामीणों ने ध्यान खींचा.