वर्धा. बहुचर्चित राज्य मंत्रिमंडल का विस्तार आखिरकार हो ही गया. जिले में भाजपा के चार विधायक होने के बावजूद भी जिले को मंत्रिमंडल में स्थान ही नहीं मिल पाया. परिणामवश भाजपा के चारों विधायकों और कुछ दिनों तक विस्तार की प्रतीक्षा करनी होगी. राज्य में सत्ता परिवर्तन होने के बाद करीब 37 दिनों के उपरांत राज्य मंत्रिमंडल का विस्तार किया गया है. प्रथम चरण में भाजपा के 9 विधायकों को मंत्री पद की शपथ दिलाई गई है. मंगलवार को हुए मंत्रिमंडल के विस्तार में केवल कैबिनेट मंत्रियों को शपथ दिलाई गई है, जिससे साफ स्पष्ट हो गया की, जिले की चारों विधायकों में से किसी को कैबिनेट में जगह मिल पाना कठिन है.
जिले में भाजपा की पकड़ है मजबूत
जिले से विधानसभा में भाजपा के समीर कुणावार, डा. पंकज भोयर, दादाराव केचे तथा विधान परिषद में रामदास आंबटकर सदस्य है. एक जमाने में जिला कांग्रेस का गढ़ माना जाता था. परंतु बीते दो चुनाव में यह गढ़ पूरी तरह से पस्त हो गया है. चार विधानसभा में से तीन पर भाजपा के विधायक के साथ ही सांसद भी है. स्थानिक स्वराज्य संस्थाओं में भी भाजपा का परचम लहराया था. आज जिले में भाजपा की पकड़ मजबूत होने के कारण मंत्रिमंडल में जगह मिलने के उम्मीदे जताई जा रही थी. मात्र मंगलवार को हुए विस्तार में किसी को स्थान नहीं मिल पाया है.
अगले विस्तार पर लगी है सभी की नजरें
प्रथम चरण के मंत्रिमंडल के विस्तार में जिले को जगह नहीं मिलने के कारण अब चारों विधायकों के साथ भाजपा पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं की नजरें अगले विस्तार पर लगी है. भाजपा सरकार के कार्यकाल के दौरान तत्कालीन वित्त मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने अगली बार राज्य में सत्ता आने पर जिले को मंत्री पद देने की घोषणा की थी. इससे सरकार आने के बाद चारों विधायकों के मन में लड्डू फूटने लगे थे. मात्र पहले विस्तार में किसी को कुछ नहीं मिला है. इससे उन्हें अगले विस्तार की बेसब्री से प्रतीक्षा करनी होगी.