Lumpy
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    आष्टी-शहीद (सं). आष्टी-कारंजा तहसील की सीमा पर बसे बोरखेड़ी, बांबर्डा इन दोनों गांवों में लम्पी का डर बना हुआ है़ कुछ पशुओं को इस बीमारी ने अपनी चपेट में ले लिया है़ परंतु अब तक इन गांवों में पशुओं का टीकाकरण न होने से पशुपालक असंतोष जता रहे है.

    बता दें कि आष्टी से दस किमी दूरी पर बसे बांबर्डा, बोरखेडी दोनों गांवों में गवली समाज बड़े पैमाने पर रहता है़ पशुपालन के साथ साथ दूध बिक्री उनका मुख्य व्यवसाय है़ पिछले कुछ दिनों से यहां पशुओं पर लम्पी बीमारी का प्रकोप देखने मिल रहा है़ इससे पालतु पशु गंभीर रूप से बीमार हो रहे है़ यह बीमारी फैलते जा रही है़ इसकी जानकारी पशु वैद्यकीय विभाग आष्टी में दी गई़ परंतु यहां के चिकित्सक केवल एक कर्मी को गांव में भेज कर अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ रहे है़ं गांवों में पांच से छह पशुओं की मौत होने पर भी पशु संवर्धन विभाग गंभीरता नहीं दिख रहा है.

    भैंस को अस्पताल ले जाने कहा जा रहा

    बांबर्डा ग्रामपंचायत के सरपंच लता गणेश करताई के मालकियत की भैंस लम्पी से पीड़ित हुई थी़  इस पर इलाज के लिये उन्होंने पशुवैद्यकीय विभाग के चिकित्सक से संपर्क कर सूचना दी़  इस पर डा़ जाणे ने हम गांव में नहीं आ सकते. भैंस को अस्पताल लाने की सलाह दी़  पश्चात सरपंच के पति गणेश करताई ने चिकित्सक से बिनती करने पर उन्होंने एक कर्मी को गांव में भेजा़ उसने भैंस पर इलाज कर करताई से पांचसौ रुपयों की मांग करने की जानकारी है़ पैसे नहीं देने पर इलाज नहीं होगा. बांबर्डा, बोरखेडी दोनों गांवों में लम्पी का प्रकोप बढ़ रहा है़  पशुओं पर टीकाकरण अत्यंत जरुरी है. 

    पशुसंवर्धन विभाग गंभीरता से दें ध्यान

    ग्रामपंचायत के अंतर्गत आनेवाले बांबर्डा, बोरखेडी दोनों गांवों में पशुओं की संख्या अधिक है़ अनेक पशु लम्पी बीमारी से ग्रस्त है़ सर्वाधिक संख्या भैंसों की है़ इस बीमारी पर रोक लगाने के लिये पशुसंवर्धन विभाग ने पशुओं का टीकाकरण करना जरूरी है.

    -लता गणेश करताई, सरपंच, बांबर्डा.