अधिकारियों को लगाई फटकार, कलेक्टर ने जिला अस्पताल की सुविधाओं का लिया जायजा, SDM के वाहन से पहुंचे अस्पताल

Loading

वर्धा. सरकारी कर्मचारियों की हड़ताल के मद्देनजर जिला अस्पताल में स्वास्थ्य सुविधा का जायजा लेने जिलाधिकारी राहुल कर्डिले सोमवार को सुबह अचानक पहुंच गए. उल्लेखनीय है कि अस्पताल में दाखिल हुए उपविभागीय अधिकारी के वाहन से जिलाधिकारी के बाहर आने से कुछ देर के लिए कर्मचारी एवं अधिकारियों में हड़कंप मच गया था़  मरीजों को सभी प्रकार की स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के निर्देश जिलाधिकारी ने दिए.

इस समय अस्पताल में असुविधाएं देखकर उन्होंने अधिकारियों को फटकार लगाई. पुरानी पेंशन योजना को लागू करने की मांग को लेकर 14 मार्च से शुरू किए गए आंदोलन में 538 स्वास्थ्य कर्मचारी शामिल हुए थे. इससे स्वास्थ्य सुविधाओं पर परिणाम हुआ. ऐसे में मरीजों को किसी भी प्रकार की असुविधा नहीं होने देने जरूरी उपाय योजना करने के निर्देश जिलाधिकारी ने दिए थे.  इस पर सही ढंग से अमल किया जा रहा है अथवा नहीं इसका जायजा लिया. इस समय उपविभागीय अधिकारी सुरेश बगले, तहसीलदार रमेश कोलपे उपस्थित थे.

जिलाधिकारी ने प्रत्येक विभाग में जाकर स्वास्थ्य सुविधाओं की जानकारी ली़ बायोमेडिकल वेस्ट सही ढंग से ठिकाने लगाया जा रहा है, यह भी उन्होंने प्रत्यक्ष जाकर देखा़ कार्यरत कर्मचारियों की सराहना की. लेकिन कुछ जगह ढिलाई होने से जिला शल्य चिकित्सक डा़ सचिन तड़स को आड़े हाथ लेकर मार्गदर्शक निर्देश दिए. साथ ही आगामी 3 दिनों की सुविधा के लिए एक्शन प्लान प्रस्तुत करने के निर्देश दिए.

मरीजों एवं डाक्टरों से की चर्चा

जिला अस्पताल में मरीजों के साथ ही डाक्टरों से चर्चा करते हुए सुविधाओं की जानकारी ली़ इस दौरान उन्होंने नियोजित ऑपरेशन, प्रसूति, गर्भपात आदि संबंधित जानकारी ली़ साथ ही अस्थिरोग तथा ट्रामा केअर विभाग से दी जाने वाली सुविधाओं की जानकारी ली़  आकस्मिक विभाग से मिलने वाली सुविधाओं का जायजा लेकर कर्मचारियों की सराहना की़ एक्स-रे, सोनोग्राफी व सीटी स्कैन आदि सुविधाओं का जायजा लिया.

शिवभोजन केंद्र को लेकर जताई नाराजगी

जरूरतमंद व गरीब नागरिकों के लिए शिवभोजन उपक्रम सरकार ने शुरू किया है़ किंतु, मरीजों के परिजनों को शिवभोजन का लाभ लेने में दिक्कतें आ रही थी़ शिवभोजन केंद्र दर्शनिह हिस्से में नहीं होने के कारण नागरिक योजना से वंचित रह रहे है़ इसके लिए अधिकारी जिम्मेदार होने की बात कहकर मार्गदर्शक निर्देश जिला शल्य चिकित्सक डा़ सचिन तड़स को दिए.