Kisan Satyagraha, Farmers Protest

  • सत्याग्रह में किसान नेता जावंधिया ने कहा

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वर्धा. वरिष्ठ किसान नेता विजय जावंधिया ने कहा कि दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन को महाराष्ट्र के किसानों ने समर्थना देना चाहिए. केंद्र की सरकार केवल गुमराह कर रही है. कृषि बिल लाकर सरकार ने किसानों के साथ अन्याय किया है. देश के प्रधानमंत्री ने झूठ बोलने की सारी हदें पार कर दी है.

स्थानीय बजाज चौराहे पर किसानों के समर्थन में सातवें दिन भी सत्याग्रह आंदोलन जारी रहा. इस समय उन्होंने कहा कि डा. स्वामीनाथन ने जो कहा था, उसके विपरीत केंद्र की सरकार कर रही है. सरकार के दबाव में आकर उनके सांसद किसानों को गुमराह कर रहे है. इस कानून से किसान जकड़ जाएगा. देश के मुठ्ठीभर उद्योगपतियों के लिए यह सब किया जा रहा है. किसी भी किसान नेता, संगठन के कार्यकर्ताओं से बिना कोई चर्चा किए आनन-फानन में यह बिल पास किया गया. इसका हम विरोध करते है. भाजपा सांसदों ने आमने सामने चर्चा कर कृषि बिल के लाभ के बारे में बताना चाहिए.

सातवें दिन भी जारी रहा आंदोलन

सातवें दिन सत्याग्रह में अखिल भारत किसान सभा, सीटू, जनवादी महिला संगठना के कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया था.  प्रसंग पर सीटू के यशवंत झाड़े, किसान अधिकार अभियान के अविनाश काकडे ने विचार व्यक्त किए. प्रास्ताविक किसान अधिकार अभियान के जिलाध्यक्ष सुदाम पवार ने किया. आंदोलन में देवेंद्र शिणगारे, आशा हिंगे, कांचन हिंगे, निता वटे, आशा ईखार, जगन चांभारे, शमिम पठान, वैशाली मुंजेवार, सोनाली मोहदुरे, अर्चना मोकाशी, अश्विनी मसराम, रंजना बांधे, प्रज्ञा चांदेकर, निर्मला खोब्रागडे, पद्मा दाभणे, कल्पना माहोरे, रेखा झाडे, रेखा आत्राम, राखी रघाटाटे, जयश्री कंगाले, छाया तलवेकर, सारिका पांडेवार, प्रतिभा वानखेड़े, रामभाऊ ठवरी, गुंफा तुमाने, सविता मांढरे, बबन थूल, मधुकर भोयर, वामन कहाते, चुड़ामन घवघवे, रविंद्र हटकर, प्रमोद नगराले, रेखा एनकर व कार्यकर्ता शामिल हुए.