किसानों की बढ़ी मुसीबत, सैकड़ों एकड़ खेत होंगे तबाह

  • सुरक्षा दीवार से संकट में खेती

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वर्धा. नागपुर-मुंबई समृद्धि महामार्ग की सुरक्षा दीवार का काम फिर शुरू किया गया है. इस दीवार के निर्माण से आसपास की खेती पर संकट खड़ा हो जाएगा. उक्त मार्ग से सटी जिले की सैकड़ों एकड़ खेती संकट में आ गई है. बीते अनेक दिनों से किसान सड़क की मांग कर रहे हैं. परंतु सरकार व प्रशासन निरंतर मांगों की ओर अनदेखी कर रहा है. अब तो सुरक्षा दीवार के कारण खेत जोताई इस सीजन में कर पाना किसानों के लिये मुश्किल हो जायेगा. परिणामवश सैकड़ों एकड़ खेती बंजर होने का खतरा मंडरा रहा है. 

58 किमी मार्ग की कृषि खतरे में

बालासाहब ठाकरे समृद्धि महामार्ग विदर्भ के लिये वरदान साबित होने की उम्मीद जताई जा रही है. परंतु महामार्ग से सटी किसानों की खेती के लिये मार्ग शापित साबित होने की कगार पर है. जिले के सेलु, वर्धा व आर्वी तहसील से 58 किमी का मार्ग गुजरा है. मार्ग के लिये अनेक किसानों की जमीन अधिग्रहित की गई है. अधिग्रहण के दौरान किसानों से अनेक वादे किये गये थे. मात्र प्रकल्प पूरा होते ही एमएसआरडीसी अपने वादे से मुकर गई है. अधिग्रहण के उपरांत एक एकड़ से कम की जमीन अधिग्रहित करने का आश्वासन दिया गया था. किंतु यह आश्वासन अब तक पूर्ण नहीं किया गया है. खेत में जाने के लिये मार्ग छोड़ा जायेगा, ऐसा बताया गया. परंतु मार्ग निर्माण के दौरान जो टनल बनाये गये, वह किसानों के लिये फायदेमंद नहीं होने के कारण उन्होंने इस पर आपत्ति जताई है.

किसानों ने रोका था दीवार का काम

समृद्धि महामार्ग के दोनों ओर सुरक्षा दीवार का काम बीते वर्ष शुरू किया गया था. दीवार के कारण खेत में जाने का मार्ग बंद होने के कारण किसानों ने दीवार निर्माण पर आपत्ति जताई थी. जिसके बाद दीवार निर्माण का काम रोक दिया था तो कुछ जगह खेत में जाने के लिये दीवार खड़ी न करते हुए मार्ग छोड़ा गया. 

सेलु तहसील सबसे अधिक प्रभावित

महामार्ग में सेलु तहसील की जमीन अधिक पैमाने में गई है. यह जमीन खेती योग्य होने से किसानों को दीवार के कारण अनेक मुसीबतें झेलनी पड़ रही है. परिणामवश दीवार को लेकर सबसे अधिक विरोध सेलु तहसील में हुआ था. विधायक डा. भोयर के साथ किसानों ने अपनी आपबीती जिलाधिकारी को बताई थी. तत्पश्चात एमएसआरडी के अधिकारियों की उपस्थिति में बैठक ली गई थी. बैठक में किसानों के हित में कुछ जगह सुरक्षा दीवार खड़ी नहीं करने का निर्णय हुआ था. 

खेत जाने के लिये मांगी थी सड़क

समृद्धि महामार्ग के निर्माण दौरान बनाये गये टनल से खेत में जाने का मार्ग उचित नहीं होने के कारण किसानों ने समृद्धि महामार्ग से सटकर सड़क बनाने की मांग की थी. यह निर्णय सरकार के अधीन होने के कारण इस संदर्भ में प्रस्ताव भेजने का निर्णय बैठक में हुआ था. सरकार जब तक फैसला नहीं लेती, तब तक सुरक्षा दीवार खड़ी नहीं करने पर सहमति बनी थी. परंतु इस पर कोई फैसला नहीं होने के बावजूद भी सुरक्षा दीवार का काम शुरू किया गया है. जिससे खेत में जानेवाले मार्ग बंद हो गये तो कुछ जगह जल्द बंद होंगे. सेलु व वर्धा तहसील के वानोडा, महाकाल, सुरगांव, इटाला, महाबला, आमगांव, पांढरकवड़ा, रमणा, धानोली, सेलडोह के किसान सबसे अधिक प्रभावित होंगे. सुरक्षा दीवार पूर्ण खड़ी होने के कारण इस सीजन में अनेक किसान खेत जोताई करने से भी वंचित रहने की नौबत आ सकती है.