वर्धा. 100 मिलीमीटर तक बारिश होने तक बुआई न करें, ऐसा आह्वान शुरुआत से ही किया जा रहा है़ किंतु, जिले में अनेक किसानों ने मानसून पूर्व बुआई शुरू कर दी है़ अगर आनेवाले दिनों में बारिश नहीं हुई तो दोबारा बुआई का संकट खड़ा हो सकता है़ जिससे किसान 100 मिमी बारिश होने तक बुआई न करें, ऐसा आह्वान आत्मा की प्रकल्प संचालक डा. विद्या मानकर ने किया है़ जिले के किसान समाधानकारक बारिश होने तक बुआई न करें तथा बुआई करते समय बीबीएफ पद्धति का उपयोग करें, ऐसी सूचना दी गई थी़ फिर भी किसान मानूसन पूर्व बुआई कर जोखिम उठा रहे है़ं अनेक किसानों ने बीमा नहीं निकालने की बात सामने आ रही है़ जिले में अबतक 100 मिलीमीटर बारिश नहीं हुई है.
बढ़ेगा अतिरिक्त खर्च
बारिश और कुछ दिन नहीं होती है तो बीज जल जाएंगे अथवा मिट्टी के कम गीलेपन में बीज अंकुरेंगे़ बाद में जमीन सूखने पर अंकुरण बंद हो जाएगा़ जिससे दोबारा बुआई की नौबत आ सकती है़ पुन: बुआई के कारण अतिरिक्त खर्च बढ़ेगा़ साथ ही मजदूरी एवं खाद के खर्च में वृद्धि होगी़ पहले ही महंगाई के कारण बीज के दर बढ़ गए है़.
BBF तकनीक का करें उपयोग
किसान बीबीएफ तकनीक तथा चौड़े वरंबे तथा स-या निकालकर कपास की बुआई करें. अभी भी किसान कपास की बुआई चौफुली पर कर फसल ले रहे है़ं अतिरिक्त पानी बाहर निकालने सरी नहीं बनाने पर खेत में दलदल का स्वरूप निर्माण होता है़ ऐसे में जमीन में फसल नहीं टिकती़ फसल को लाल रंग आकर बोंड भी नहीं लगते़ फसल की वृद्धि नहीं होती है़ जिससे किसानों ने कृषि विभाग की सूचना अनुसार बुआई करें, ऐसा आह्वान आत्मा की ओर से किया है.