
वर्धा. एसटी महामंडल की कबाड़ बसें यात्रियों के लिए सिरदर्द साबित होती जा रही है़ आये दिन बसों में तकनीकि समस्या उत्पन्न होने पर बीच सड़क में ही बस दम तोड़ देती है़ इससे भीषण गर्मी में यात्रियों को त्रासदी उठानी पड़ती है़ सप्ताहभर में इस प्रकार के कई उदाहरण प्रकाश में आये़ एक ओर एसटी कर्मियों की जिले में हड़ताल चल रही है.
ऐसे में केवल 25 से 30 प्रश ही कर्मियों के भरोसे एसटी बस सेवा चल रही है़ काफी दिनों से बंद पड़ी एक-एक कर एसटी बसें मार्ग पर दौड़ती नजर आ रही है. गर्मी के दिनों में एसटी महामंडल से अच्छी सुविधा मिले, यह उम्मीद यात्रियों को रहती है़ परंतु ऐसा नहीं हो पा रहा है.
एसटी महामंडल में अनेक कबाड़ बसें हैं, जो आज भी जबरन मार्ग पर चलाई जा रही है़ तीन दिन पहले वर्धा हिंगनघाट- वर्धा यह बस यात्री व विद्यार्थियों को लेकर वर्धा की ओर आ रही थी़ जो भूगांव टी प्वाइंट के समीप अचानक फेल गिर गई़ इसे स्कूली विद्यार्थी व यात्रियों को परेशानी उठानी पड़ी थी.
वर्धा से नागपुर जा रही बस बंद पड़ी
वहीं सोमवार की दोपहर वर्धा से नागपुर जाने के लिए निकली एसटी क्रमांक एमएच 40 एन 9160 ने डाक कार्यालय चौराहे पर ही दम तोड़ दिया़ इससे कुछ समय के लिए मार्ग का यातायात प्रभावित रहा. किसी तरह चालक ने जेल रोड के एक छोर पर खड़ी कर दी़ बस में सवार यात्रियों को भीषण गर्मी में काफी देर तक खड़े रहना पड़ा. इसमें छोटे बच्चों से लेकर बुजुर्गों का समावेश था़ महामंडल से कबाड बसों के संदर्भ में ठोस उपाय योजना करने की मांग यात्री करते नजर आए.