वर्धा. जिले में एसटी कर्मियों की हड़ताल को 46 दिन पूर्ण हो गए है़ं परिवहन मंत्री के आह्वान के बाद भी कर्मियों ने काम पर न लौटने का फैसला किया है़ वहीं अब तक निलंबित किये गए 213 में से मात्र 5 कर्मचारी काम पर लौटने की जानकारी है.
वहीं प्रतिदिन जिले से एसटी की 10 फेरियां चल रही है, यह जानकारी विभाग नियंत्रण चेतन हसबनीस ने दी़ बता दें कि पिछले डेढ़ माह से एसटी कर्मियों की हड़ताल शुरू होने से एसटी महामंडल का करोड़ों रुपए की आय का नुकसान हुआ है़ वहीं यात्रियों के भी हाल बेहाल हो रहे है़ं ग्रामीण क्षेत्र के विद्यार्थी आर्थिक नुकसान उठा रहे है़ं उन्हें पास की सहूलियत का लाभ नहीं मिल रहा.
सरकार ने कर्मियों की हड़ताल को दबाने के लिए अनेक हतखंडे अपनाए़ कर्मियों के निलंबन से लेकर उनके प्रशासकीय तबादले किये गए, परंतु जिले के कर्मचारी हड़ताल पर डटे हुए है़ एसटी महामंडल का राज्य सरकार में विलीन की मांग पर कर्मचारी अड़े हुए है़ जिले के हिंगनघाट, आर्वी, तलेगांव, पुलगांव व आष्टी डिपो के समक्ष कर्मचारी अहिंसा के मार्ग पर धरना दे रहे हैं.
आर पार की लड़ाई लड़ने की दी चेतावनी
एसटी महामंडल के एक हजार से अधिक कर्मचारी हड़ताल पर है़ इससे बसों के पहिए थमे हुए है़ एसटी सेवा पूर्णत: प्रभावित होने से यात्रियों को परेशानी उठानी पड़ रही है़ हाल ही में परिवहन मंत्री द्वारा कर्मियों को काम पर लौटने का आह्वान किया गया़ परंतु हड़ताल पर बैठे जिले के कर्मियों ने सोमवार से काम पर न लौटने तथा आंदोलन जारी रखने का फैसला किया है़ इस बार आर या पार की लड़ाई लड़ने की चेतावनी दी है़ इससे उक्त हड़ताल कितने दिन चलेंगी, यह बता पाना मुकिश्ल हो गया है.