Stray Dogs
फ़ाइल फोटो

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    देवली (सं). आवारा कुत्तों के काटने की शिकायतें नागरिकों से प्रशासन को प्राप्त हुई थी़  इस पर कार्यवाही करते हुए कुछ आवारा कुत्ते पकड़कर गांव के बाहर मौजा वाटखेड़ा में निर्मनुष्य जगह पर छोड़े जाने की जानकारी नगर परिषद प्रशासन ने दी. इसके साथ ही नप प्रशासन पर लगाए गए विभिन्न आरोपों का पूरी तरह से खारिज कर दिया.

    बता दें कि आवारा कुत्तों को जंगल में छोड़ने की बात कहकर वन्यप्राणियों की सेहत को खतरा निर्माण होने से की बात कहकर संबंधितों पर कार्रवाई करने की मांग की गई थी़  नगर परिषद ने यहां जारी पत्रक में कहा कि शहर में कुछ बच्चों को आवारा कुत्तों के काटने की घटनाएं सामने आयी थी़  इसके बाद नागरिकों ने आवारा कुत्तों का बंदोबस्त करने की मांग की. तहसीलदार ने 28 दिसंबर को नगर परिषद को पत्र भेजकर कुत्तों का बंदोबस्त करने का आदेश दिया़  शहर के नागरिकों में आवारा कुत्तों के प्रति रोष बढ़ता जा रहा था़  

    वनपरिक्षेत्र के ढगा भवन क्षेत्र में नहीं छोड़ा 

    नियमानुसार कुत्ते पकड़कर उनका निर्बीजीकरण करने की प्रक्रिया करुणाश्रम एनिमल शेल्टर होम के प्रस्ताव के अनुसार करने की बात विचाराधीन थी़  निधि उपलब्ध नहीं होने से कार्यवाही पूर्ण करना संभव नहीं हुआ़  परिणामवश कुत्ते पकड़कर गांव के बाहर छोड़े गए़  वहीं कुछ लोगों ने 35 कुत्ते खरांगणा वनपरिक्षेत्र के ढगा भवन परिसर में छोड़ने का आरोप लगागया.

    वन्यप्राणियों की सेहत को खतरा होने का आरोप लगाया था़, यह आरोप झूठ है़  वास्तविक रूप से जिन कुत्तों से खतरा है, ऐसे 9 कुत्ते पकड़कर मौजा वाटखेडा परिक्षेत्र के निर्मनुष्य जगह पर छोड़े जाने की बात मुख्याधिकारी ने स्पष्ट की है.