दिन में स्ट्रीट लाइट दे रहे रोशनी, अनेक प्रभागों में टाइमर हुए खराब

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    वर्धा. शहर के सभी स्ट्रीट लाइट शुरू तथा बंद करने के लिए सभी प्रभागों में टाइमर प्रणाली का उपयोग हो रहा है़ इसके माध्यम से बिजली बचत होने का दावा संबंधित प्रशासन द्वारा किया जा रहा है़ किंतु, वास्तविक रूप में यह टाइमर सही ढंग से काम नहीं कर रहे है. कई प्रभागों में दिन में स्ट्रीट लाइट शुरू रहने के कारण बिजली की बर्बादी हो रही है.

    नियमित रूप से नहीं हो रहा मेंटेनंस

    शहर के हर एक कोने में रात के समय उजाला पहुंचाने की जिम्मेदारी नगर परिषद की है़ इसके लिए नप का विद्युत विभाग स्ट्रीट लाइट, हाईमास्ट की देखभाल करता है़ बिजली बिल नगर परिषद प्रशासन को ही भरना पड़ता है़ लेकिन नियुक्त कंपनी द्वारा टाइमर की नियमित रूप से देखभाल नहीं की जा रही है, जिससे दिन में भी अनेक जगह पर स्ट्रीट लाइट शुरू रहने से बिजली की बर्बादी हो रही है़.  

    शहर में 69 जगहों पर लगे हैं टाइमर

    वर्ष 2019-20 में नगर परिषद प्रशासन ने इएसएसएल कंपनी के अंतर्गत शहर के विभिन्न हिस्सों के पारंपारिक लाइट्स बदलकर एलइडी लाइट्स लगाए गए़ साथ ही 2,000 नई जगह पर लाइट लगाए जाने से अब कुल लाइट्स की संख्या 7,500 है़ जिसमें 18 वैट तथा 120 वैट्स के लाइट्स का समावेश है.

    69 जगह पर टाइमर लगाने से शाम तथा सुबह के समय अपनेआप लाइट शुरू तथा बंद हो जाते है़  यह कुल ठेका 4.50 करोड़ रुपयों का है़ इसके तहत 2026 तक कंपनी को मेंटेनंस की जिम्मेदारी सौंपी गई है़  देखभाल के अभाव में बिजली का दुरूपयोग हो रहा है.