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    वर्धा. जिले में एसटी कर्मियों की हड़ताल को 25 दिन पूर्ण हो चुके है़  अब तक कर्मियों की मांग पर ठोस निर्णय नहीं लिया गया है. इससे आंदोलकों में असंतोष पनप रहा है़  वर्धा डिपो के समक्ष चल रहे आंदोलनस्थल पर कर्मियों का हौसला बढ़ाने परिवार के सदस्य भी शामिल हो रहे हैं. रविवार को आंदोलनस्थल पर ही कर्मियों ने भोजन किया़ दूसरी ओर मुंबई के आजाद मैंदान में चल रहे आंदोलन को समर्थन देने के लिए जिले से सौ से अधिक कर्मी पहुंचे है़ जिले में अब तक करीब 62 कर्मचारी निलंबित किये गए, जबकि 48 लोगों को सेवासमाप्ति के नोटिस जारी किए जाने की जानकारी है. 

    100 से अधिक कर्मी पहुंचे मुंबई

    बता दें कि रापनि का राज्य सरकार में विलीनीकरण करने की मांग को लेकर पिछले 25 दिनों से एसटी कर्मियों की हड़ताल चल रही है़  इससे जिले में यात्रियों के हाल बेहाल हो रहे है. जिले में पांचों डिपो की 224 एसटी बसों के पहिए थमे है़ं  800 के करीब फेरियां प्रभावित है़  अब तक वर्धा रापनि को 4 करोड‍़ 25 लाख रुपयों का नुकसान उठाना पड़ा. बावजूद इसके कोई हल नहीं निकाला जा रहा है. इस बीच निजी वाहनों को सरकार ने यात्री परिवहन के लिए अनुमति दे दी़  इससे हड़ताल अधिक तीव्र हो गई है़ इसे दबाने के लिए सरकार ने कार्रवाई जैसे सख्त कदम भी उठाये है.  

    सरकार व रापनि प्रशासन के प्रति बढ़ा रोष 

    परिणामवश जिले में अब तक 62 कर्मियों का निलंबन किया गया है़  जबकि 48 रोजंदारी कर्मियों को सेवासमाप्ति के नोटिस जारी किये गए़  इसमें आर्वी डिपो के 13, वर्धा के 4, हिंगनघाट के 21, पुलगांव के 4  व तलेगांव के 6 कर्मियों का समावेश है़  परिणामवश कर्मियों में सरकार व रापनि प्रशासन के प्रति असंतोष पनप रहा है़  वहीं दूसरी ओर मुंबई के आजाद मैदान में चल रहे आंदोलन में शामिल होने के लिए जिले से सौ से अधिक कर्मचारी रवाना होने की जानकारी है. 

    आंदोलन स्थल पर डटे हैं महिला-पुरुष कर्मी

    गत 25 दिनों से जिले के महिला-पुरुष एसटी कर्मचारी हड़ताल पर डटे हुए है़ं  इस बार आर या पार की लड़ाई की तैयारी उन्होंने कर ली है़  वर्धा डिपो के समक्ष आंदोलन मंडप में दिन ब दिन कर्मियों की संख्या बढ़ती जा रही है़  इस परिसर में खाना पकाकर कर्मचारी भोजन कर रहे है़ं  उनका हौसला बढ़ाने बच्चे, बुजुर्ग व महिला सदस्य भी आंदोलनस्थल पर पहुंच रहे है़.