POP मूर्ति बेचने पर करें कारवाई, कुम्हार कारीगर संगठन ने की मांग

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    वर्धा. प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा प्लास्टर आफ पैरिस की मूर्तियों पर प्रतिबंध लगाने के बावजूद भी शहर में पीओपी की गणेश मूर्तियां धड़ल्ले से बेची जा रही है़ इसके चलते पीओपी की मूर्ति बिक्री करने वालों पर कार्रवाई करने की मांग जिलाधिकारी से कुम्हार कारीगर एकता संगठन की ओर से की गई है़ सार्वजनिक सामाजिक उपक्रम में पूजा के लिए प्लास्टर आफ पैरिस की मूर्तियों का उपयोग नहीं करें. यह बात बताते हुए प्लास्टर आफ पैरिस की मूर्तियों की बिक्री पर केंद्रीय नियंत्रण प्रदूषण बोर्ड ने प्रतिबंध लगाया है़ फिर भी नियमों पर अनदेखी करके गणेश मूर्ति, कृष्ण मूर्ति, दिवाली में लक्ष्मी मूर्तियां पीओपी की तैयार करके उसकी बिक्री की जाती है.

    पर्यावरण के लिए घातक है पीओपी मूर्तियां 

    यह पीओपी मूर्तियां पर्यावरण के लिए घातक है़  ग्राहकों को शाडू मिट्टी की मूर्ति होने की बात कहकर फंसाया जा रहा है़  पूजा के लिए पीओपी की मूर्ति तैयार करके उसकी बिक्री करने वालों पर दंडात्मक कार्रवाई करना उचित है और पीओपी की मूर्तियां यह शोभा के लिए होने की बात उच्च न्यायालय मुंबई नागपुर खंडपीठ ने स्पष्ट की है. 

    कलेक्टर को सौंपा मांग का ज्ञापन 

    फिर भी आदेश पर अनदेखी कर बड़े पैमाने पर पीओपी की मूर्तियां गणेश चतुर्थी पर बाजार में बिक्री के लिए लाई गई है़  जिन पर दंडात्मक कार्रवाई करके पीओबी मूर्तियों की बिक्री रोकने की मांग जिलाधिकारी से वर्धा कुम्हार कारीगर एकता संगठन की ओर से की गई है़  इस प्रसंग पर संगठन के सचिव अविनाश ठाकरे, सुमित गाते, रवि ठाकरे, अरुण वाल्दे व अन्य पदाधिकारी एवं सदस्य बड़ी संख्या में उपस्थित थे.