किसानों पर दोबारा बुआई का संकट, कई हेक्टेयर में बोये गए बीज खराब

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    हिंगनघाट (सं). मानसून की देर से किसानों में चिंता छायी हुई है़ तहसील में हुई पहली बारिश के चलते कुछ किसानों ने बुआई का कार्य शुरू कर दिया़ परंतु इसके बाद बारिश नदारद होने से इन किसानों पर दोबारा बुआई का संकट पैदा हो गया है़ बारिश के अभाव करिब कई हेक्टेयर क्षेत्र में बोये गए बीज खराब होने की जानकारी है़ बता दें कि तहसील के वडनेर, अल्लीपुर, पोहना, आजनसरा, कापसी के कुछ क्षेत्र में किसानों ने पहली बारिश के बाद कपास के बीज बाये.

    पिछले 3 दिनों से बरसात हो गई नदारद 

    तीन दिन पहले परिसर में बारिश हुई थी़ मृग नक्षत्र में बारिश होने से किसानों को अच्छी बारिश की उम्मीद थी़ साथ ही जिले में किसी भी समय मानसून दस्तक देने के आसार बने थे़ परंतु पिछले तीन दिन से क्षेत्र में बारिश नदारद हो गई़ परिणामवश परिसर में बोये गए कपास के बीच खराब होने लगे़ इसके चलते किसानों पर दोबारा बुआई का संकट पैदा हो गया है़ कृषि विभाग ने पहले ही किसानों को जब तक सौ मिमी बारिश नहीं होती तब तक बुआई आरंभ न करने का आह्वान किया था.

    बोये कपास के बीज खराब हो गए 

    परंतु पहली बारिश के बाद शीघ्र मानसून बरसेगा इस उम्मीद से किसानों ने बुआई कर ली़ परंतु बारिश के अभाव में 50 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में बोये गए कपास के बीज खराब होने की जानकारी है़ इसके चलते तहसील के वडनेर, अल्लीपुर, आजनसरा, कापसी, येरनगांव, फुकटा, काचनगांव, बोपापुर, पवनी, निधा टाकली, सोनेगांव, दारोडा, टेंभा, बामर्डा, दोदुंर्डा, पवनी, छोटी आर्वी, सिरूड और येरनवाड़ी, कान्होली कात्रि आदि गांवों में किसानों का नुकसान हुआ है.