Wardha, Sudarshan Cotton

  • किसानों ने दी चेतावनी, तहसीलदार व एपीएमसी को ज्ञापन

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समुद्रपुर. तहसील के जाम स्थित सुदर्शन काटन इंडस्ट्रीज के वजन कांटे में भारी अंतर पाया गया. परंतु अब तक बाजार समिति व पुलिस प्रशासन ने काटन इंडस्ट्रीज के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की. काटन इंडस्ट्रीज के खिलाफ शीघ्र कार्रवाई करने की मांग की गई. अन्यथा ताला जड़ने की चेतावनी किसानों ने तहसीलदार व कृषि उत्पन्न बाजार समिति को ज्ञापन सौंपकर दी है. 16 दिसंबर को रेनकापुर निवासी किसान सचिन शेंडे सुदर्शन काटन इंडस्ट्रीज में कपास लेकर गया था.

उस वक्त इलेक्ट्रानिक्स कपास वजन कांटे में फर्क होने की बात ध्यान में आयी. इस संबंध में उपविभागीय अधिकारी भीमराव टेले के पास शिकायत की गई. इसके तहत मापन विभाग नागपुर के अधिकारियों ने छापा मारकर इलेक्ट्रिक वजन कांटे की जांच की. इसमें कांटे में मर्यादा से अधिक अंतर पाया गया. उक्त समय कार्रवाई कर वजन कांटा सील किया गया था. परंतु अब तक बाजार समिति व पुलिस ने कोई भी कार्रवाई नहीं की.

अब तक जिन किसानों ने कपास बेचा उनसे लूट की गई. इस लूट की राशि वापस करने, सभी जिनिंग के कपास कांटे की जांच करने की मांग किसानों ने की है. कार्रवाई नहीं होने पर सुदर्शन काटन इंडस्ट्रीज को ताला लगाने की चेतावनी भी ज्ञापन में दी गई. ज्ञापन सौंपते वक्त जाम के सरपंच सचिन गावंडे, देवा धोटे, सनी निवटे, अक्षय गिरीले, भुपेंद्र मोहिते, राजेंद्र मस्के, विनोद निखाडे, अरुण निखाडे, काशिनाथ निखाडे, ललित डगवार, खेमलाल जग्राह, गजानन भेंडे, प्रवीण जायजे, घनश्याम गिरी आदि किसान उपस्थित थे.