वर्धा. निराधार गाय तथा बछड़ों की देखरेख कर रही जिले की विभिन्न गौशालाएं इन दिनों आर्थिक समस्याओं से जूझ रही है़ उन्हें किसी माध्यम से मदद दिलाने के इस उद्देश्य से अनावश्यक खर्च त्यागकर किशोर एवं प्रियंका ने रविवार को पडेगांव स्थित सर्वोदय गौशाला में गौमाता को साक्षी मानकर शादी की़ इस दौरान शादी में भेंटस्वरूप प्राप्त राशि ट्रस्ट के लिए प्रदान की गई़ इतना ही नहीं तो शादी की बारात बैलगाड़ी से निकली़ इस अनूठी शादी तथा नवदंपत्ति को सर्वत्र सराहा जा रहा है़ जिनकी आर्थिक हालत कमजोर हो गई है, ऐसे कई किसान तथा गौपालक गाय की देखरेख नहीं कर पाते़ वे अपनी गाय गौशाला में लाकर छोड़ देते है.
किसान और गौपालकों को मदद का प्रयास
कई बार अन्य राज्यों में अवैध रूप से मवेशियों को कत्लखाने ले जाने वालों पर पुलिस कार्रवाई करती है़ पश्चात उक्त मवेशियों को भी गौशाला में देखरेख के लिए छोड़ दिया जाता है, जिससे लगातार गौशाला में गाय की संख्या बढ़ रही है़ उनकी देखरेख पर खर्च करना गौशालाओं को मुश्किल होता जा रहा है़ परिणामवश शादी के माध्यम से मदद दिलाने का प्रयास दंपति ने किया है.
गौशाला को फूलों से सजाकर किया तैयार
शादी समारोह के आयोजन के लिए गौशाला की संपूर्ण स्वच्छता कर फूलों से साजसज्जा की गई़ इस दौरान आकर्षक रंगोली साकार की थी, जिससे गौशाला को सभागृह का स्वरूप प्राप्त हुआ था़ इस दौरान बैलगाड़ी से आए बाराती, आयोजित समारोह देखनेलायक था.
शादी में शामिल मेहमानों ने की गौमाता की सेवा
शादी में सम्मिलित मेहमानों ने गौशाला में गौमाता को चारा डालने से लेकर पानी पिलाने तक सेवा दी़ नवदंपति ने पहले ही भेंटस्वरूप प्राप्त राशि गौशाला को देने का संकल्प करने से मेहमानों ने बड़े पैमाने में मदद का हाथ बढ़ाया.
गौमाता के प्रति आज भी लोगों में आस्था बरकरार
नवदंपति किशोर एवं प्रियंका सोनी ने बताया कि गौमाता के प्रति आस्था के कारण गौशालाओं की वर्तमान परिस्थिति से रूबरू थे़ लोगों के मन में गाय के प्रति आस्था निर्माण होकर उन्हें गौशाला ट्रस्ट द्वारा किए जा रहे सेवा कार्य की जानकारी मिलनी चाहिए़ इससे शादी पर अनावश्यक खर्च टालते हुए गौशाला को मदद दिलाने के लिए गौशाला में गौमाता को साक्षी मानकर शादी करने का निर्णय लिया.