वर्धा. सभी भक्तों के लाड़ले विघ्नहर्ता बाप्पा के आगमन को अब मात्र चार दिन शेष है, जिससे भक्तों में खास उत्साह देखा जा रहा है. दस दिनों तक मनाएं जाने वाले उत्सव के चलते तैयारियां विशेष तौर पर शुरू हो गई है. खरीदारी से लेकर घर की साफ-सफाई तक के काम काफी उत्साह से निपटाए जा रहे हैं. भगवान गणेश के पूजन के विशेष दिनों का पर्व गणेश उत्सव इस साल 10 सितंबर से शुरू हो रहा है. पौराणिक मान्यता के अनुसार भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि के दिन भगवान गणेश का जन्म हुआ था. इसलिए इस दिन को गणेश चतुर्थी के रूप में मनाया जाता है. गणेश भक्त इस दिन गणपति बाप्पा की मूर्तियां घरों और पंडालों में स्थापित करते हैं. आने वाले दस दिन तक गणपति बाप्पा का पूजन और सेवा की जाती है.
गणेश चतुर्थी और प्रतिमा की स्थापना
गणेश उत्सव की शुरूआत भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि के दिन से होती है. इस दिन भक्तगण विधि-विधान से भगवान गणेश की प्रतिमा की स्थापना करते हैं. हिंदी पंचांग के अनुसार इस साल गणेश चतुर्थी का पर्व 10 सितंबर, दिन शुक्रवार को आ रहा है. चतुर्थी तिथि 10 सितंबर को दिन में 12 बजकर 18 मिनट से प्रारंभ हो कर रात्रि 10 बजकर 58 मिनट तक रहेगी. प्रतिमा स्थापना चतुर्थी तिथि में पूरे दिन की जा सकती है.
प्रतिमा खरीदते रखें इन बातों का रखें ध्यान
गणेश प्रतिमा खरीदते समय ध्यान रखें की प्रतिमा मिट्टी की बनी हुई बैठे हुए गणेश जी प्रतिमा स्थापित करना शुभ माना जाता है. उनके साथ मूषक की सवारी भी जरूर हो. गणेश उत्सव को देश में सभी जगह बड़ी धूम-धाम से मनाया जाता है. 10 दिन तक चलने वाले इस पर्व में गणपति बाप्पा को तरह-तरह के भोग लगाए जाते हैं. इस दिन गणपति बाप्पा की खास पूजा अर्चना की जाती है. इस साल गणेश चतुर्थी का उत्सव 10 सितंबर से शुरू होगा. इस दिन लोग अपने घर में गणपति की स्थापना करते हैं.