Ration Warehouse
File Photo

    Loading

    वर्धा. समृद्धि महामार्ग के कारण जिले में विकास के नये-नये मार्ग खुलते जा रहे हैं. राज्य वखार गोदाम महामंडल की ओर से 30 एकड़ परिसर में गोदामों का निर्माण किया जाने वाला है. उसके मद्देनजर प्रशासनिक स्तर पर कार्यवाही आरंभ की गई है. परिणामवश जिले के विकास में एक और मील का पत्थर लगने वाला है. गोदामों का निर्माण के कारण जिले के किसानों के साथ ही अमरावती व यवतमाल जिले के किसानों को लाभ मिलेगा़  नागपुर-मुंबई समृद्धि महामार्ग का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है. उक्त मार्ग के कारण विदर्भ को तेज गति के साथ देश की आर्थिक राजधानी मुंबई के साथ जोड़ा गया है. दिसंबर से नागपुर-शिर्डी तक का मार्ग शुरू करने के प्रयास है. परंतु उसके पूर्व महामार्ग पर कुछ जगह हब का निर्माण किया जा रहा है. वर्धा जिले में समृद्धि महामार्ग पर तीन जगह इंटरचेंज मार्ग बनाये जा रहे हैं.

    वखार महामंडल की प्रशासनिक कार्यवाही शुरू 

    आर्वी तहसील के विरूल गांव के पास सबसे बड़ा इंटरचेंज मार्ग बनाया जा रहा है, जिसका काम अंतिम चरण में है. महामार्ग को सटकर ही कुछ जगह में एग्रो लाजिस्टिक पार्क का निर्माण किया जाने वाला है. जिले में आर्वी तहसील के बोरी गांव के पास ऐसा ही पार्क बनाया जाने वाला है. समृद्धि महामार्ग 10 जिलों से गुजर रहा है. परंतु ऐसे पार्क मात्र दो जगह बनाये जाने वाले है. इसमें एक पार्क बोरी के पास तथा दूसरा पार्क औरंगाबाद जिले के वैजापुर में निर्माण किया जाने वाला है. 

    आधुनिक सुविधाओं से लैस रहेंगे

    राज्य वखार महामंडल ने दो एग्रो लाजिस्टिक पार्क बनाने का निर्णय लिया है. वर्धा में बोरी गांव के पास सरकारी जमीन पर इसका निर्माण होगा. 30 एकड़ के परिसर में महामंडल गोदामों का निर्माण करेगा. गोदाम अत्याधुनिक सुविधा से लैस रहेंगे. एग्रो पार्क में किसानों के लिए उनकी उपज रखने के साथ विपणन व वितरण व्यवस्था होगी. परिणामवश गोदाम का बड़ा फायदा किसानों को मिलेगा. माल ढुलाई करने वाले वाहनों के लिये स्वतंत्र पार्किंग व्यवस्था होगी. इससे वर्धा से भेजा हुआ माल 10 घंटों के भीतर मुंबई में पहुंचेगा, जहां से विदेशों में भेजा जाएगा.

    किसानों को तुरंत मिल पाएगा कर्ज

    राज्य वखार महामंडल के गोदाम में माल रखने वाले किसानों को माल के आधार पर तुरंत कर्ज भी उपलब्ध होग, जिसके लिये पार्क में बैंक की सुविधा होगी. माल का कीमत तय करने के उपरांत यह कर्ज उपलब्ध होगा. यह सुविधा होने के कारण किसान मार्केट में कम भाव रहने पर अपना माल गोदाम में रखकर अपनी आर्थिक आवश्यकता पूर्ण करेंगे. मार्केट में रेट बढ़ते ही अपनी उपज बेचने पर किसानों नुकसान सहना नही पड़ेगा. गोदाम वर्धा-अमरावती जिले की सीमा के पास होने के कारण दोनों जिले के किसानों के साथ यवतमाल जिले के किसानों को लाभ होगा. 

    एसडीओ कार्यालय ने भेजा प्रस्ताव

    राज्य वखार महामंडल की ओर से बोरी गांव के पास की सरकारी जमीन मांग की गई है. इससे आर्वी एसडीओ कार्यालय की ओर से जिलाधिकारी के पास जमीन के संदर्भ में प्रस्ताव भेजा गया है. जल्द ही प्रस्ताव को जिलाधिकारी की मान्यता मिलने की खबर है. मान्यता मिलने के बाद यह जमीन महामंडल के हवाले की जाएगी. जमीन हस्तांतरित होने के बाद गोदाम निर्माण की दिशा में कार्यवाही आरंभ होगी. आर्वी के एसडीओ हरिष धार्मिक से संपर्क करने पर उन्होंने इस संदर्भ फिलहाल कोई जानकारी नहीं होने की बात कही.