आघाड़ी सरकार में महिलाएं असुरक्षित, भाजपा की वानखेड़े ने लगाया आरोप

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    वर्धा. पत्रकार परिषद में भाजपा उपाध्यक्ष अर्चना वानखेडे ने आघाड़ी सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि, बीड, साकीनाका, परभणी, डोंबीवली, हिंगनघाट समेत राज्य में अनेक जगहों पर महिलाओं पर अत्याचार की घटनाओं में निरंतर वृद्धि हो रही है़  महिला सुरक्षा के मुद्दे पर सरकार की निष्क्रियता रोष निर्माण करनेवाली है.  

    अब महिलाएं स्वयं की रक्षा के लिए कानून हाथ में ले या फिर घर में छुपकर बैठे रहे, ऐसा सवाल उन्होंने उपस्थित किया़  भाजपा कार्यालय में आयोजित पत्रकार परिषद में जिला परिषद अध्यक्ष सरिता गाखरे, उपाध्यक्ष वैशाली येरावार, भाजप महिला अध्यक्ष मंजुषा दुधबडे, शीतल डोंगरे, प्रिया ओझा समेत महिला पदाधिकारी एवं कार्यकर्ताओं की उपस्थिति थी.  

    लागू नहीं हुआ शक्ति कानून

    वानखेड़े ने कहा कि, सरकार ने 2 वर्ष में महिला सुरक्षा की ओर अनदेखी की है़  उद्धव ठाकरे के मंत्रिमंडल के सदस्य प्रतिदिन महिलाओं को अपमानित करते दिखाई देते है़ं  महिला सुरक्षा के लिए तत्कालीन गृहमंत्री द्वारा 2019 के शीत सत्र में शक्ति कानून लाने की घोषणा की थी़  किंतु, अबतक कानून लागू नहीं हुआ है़  महिला अत्याचार की घटनाएं बढ़ने के बाद डेढ़ वर्ष उपरांत सरकार को महिला आयोग अध्यक्ष पद के नियुक्ति का मुर्हूत मिला है.  

    राज्य में न्याय नहीं मिल रहा

    मोदी सरकार की ओर से महिला सबलीकरण के लिए अनेक कल्याणकारी योजना चलाई जा रही है़  साथ ही अत्याचार की घटनाएं रोकने 2020 को नियमावली जारी की गई़  जिसके अनुसार महिलाओं की शिकायत दर्ज करने टालमटोल करनेवाले पुलिस अधिकारी पर कारवाई करें, अत्याचार की जांच दो महीने में पूर्ण करना बंधनकारक है़  किंतु महाराष्ट्र सरकार अनदेखी कर रही है.