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    वर्धा. जिले में 28 अक्टूबर से शुरू हुई एसटी कर्मियों की हड़ताल को 2 माह पूर्ण हो चुके है़ बावजूद इसके जिले में 95 प्रतिशत कर्मचारी अभी भी काम पर नहीं लौटे़ अब तक केवल 60 कर्मी ही काम पर लौटने की जानकारी विभागीय कार्यालय से मिली़ वहीं शुक्रवार को वर्धा डिपो छोड़कर अन्य चार डिपो से 29 बसें दौड़ी.

    बता दें कि जिले में एसटी कर्मचारियों की हड़ताल को 65 दिन पूर्ण हो चुके है़ एसटी महामंडल का राज्य सरकार में विलय करने की मांग पर कर्मचारी अड़े हुए है़ इसमें एक गुट ने हड़ताल पीछे लेने का निर्णय लिया़ परिणामवश कुछ कर्मी काम पर लौटे़ परंतु उनकी संख्या अत्यल्प होने से एसटी बसें पूर्ववत नहीं चल पा रही है. 

    61 कर्मचारियों को जारी किया गया है नोटिस

    हड़ताल को दो माह से अधिक समय बीतने से यात्रियों के हाल बेहाल हो रहे है़ं इस बीच जिले में तीनसौ के करीब कर्मियों पर निलंबन की कार्रवाई की गई़  वहीं 61 लोगों को सेवा समाप्ति के नोटिस भेजे गए है़ सरकार ने वेतनवृध्दि सहित कुछ मांगें पूर्ण कर ली है़ कर्मियों को काम पर लौटने को कहा गया़ परंतु जिले में एसटी कर्मी अपने मांग पर अड़े हुए है़ वहीं जब तक प्रमुख मांग पूर्ण नहीं होती तब तक आंदोलन जारी रखने का निर्णय लिया गया है. 

    महामंडल के डिपो को कराड़ों का नुकसान

    शुक्रवार को जिले के तलेगांव, आर्वी, पुलगांव, हिंगनघाट इन चार डिपो से 29 बसें दौड़ने की जानकारी है़  वहीं वर्धा डिपो से एक भी बस अब तक नहीं दौड़ी. ग्रामीण अंचल में बसें न पहुंचने के कारण विद्यार्थी व नागरिकों के हाल हो रहे है़  दूसरी ओर पिछले 65 दिनों से हड़ताल शुरू होने के कारण एसटी महामंडल को करोड़ों रुपए का नुकसान उठाना पड़ा है.