आष्टी-शहीद (सं). जिले में किसान आत्महत्या का सिलसिला रूकने का नाम नहीं ले रहा है़ तहसील के पोरगव्हाण में कर्ज के बोझ तले दबे युवा किसान ने जहर गटककर जीवनलीला खत्म कर ली़ उक्त मामला 3 दिसंबर की देर रात्रि प्रकाश में आया़ मृतक किसान मोहन रामचंद्र ठाकरे (32) बताया गया.
जिले का किसान प्राकृतिक व सुलतानी आपदा से त्रस्त हो चुका है़ अतिवृष्टि में भारी नुकसान हुआ है. इसकी तुलना में अल्प राहत सरकार ने दी है. लागत खर्च भी नहीं निकल पाया़ परिणावश पुराना कर्ज कैसे चुकाये. रबी की तैयारी कैसे करे यह सवाल किसानों को परेशान कर रहे है़ं आये दिन जिले में एक न एक किसान आत्महत्या के मामले सामने आ रहे है़ सरकार व प्रशासन किसान आत्महत्या को रोकने के लिये विभिन्न उपक्रम चला रही है, परंतु सब बेअसर साबित हो रहा है़ आष्टी तहसील के पोरगव्हाण निवासी मोहन रामचंद्र ठाकरे की ओर पुश्तैनी खेती है़ उक्त खेती पर पूरा परिवार निर्भर है़ खरीफ में फसल नष्ट हुई़ इससे उसका लागत खर्च भी नहीं निकल पाया.
मोहन ने बैंक और रिश्तेदारों से लिया था कर्ज
मोहन ने बैंक तथा रिश्तेदारों से कर्ज, उधारी पर रुपए उठाये थे़ परंतु फसल न होने के कारण कर्ज चुकाने की चिंता उसे खाये जा रही थी़ छह माह पहले ही मोहन का विवाह हुआ था़ कर्ज चुकाने की चिंता, परिवार की जिम्मेदारी आदि से परेशान होकर मोहन ने चार दिन पहले जहर गटक लिया़ यह बात ध्यान में आते ही परिजनों ने मोहन को अमरावती के सरकारी अस्पताल में उपचारार्थ दाखिल करवाया़ जहां चार दिन तक चले इलाज के बाद 3 दिसंबर की रात्रि 12 बजे मोहन ने दम तोड़ दिया़ मोहन की मृत्यु से पूरा परिवार सदमे में आ गया है़ प्रकरण में पुलिस ने मामला दर्ज कर आगे की जांच शुरू कर दी.