रिसोड. तहसील के ग्राम पाचंबा में सोयाबीन अंकुरण शक्ति निरीक्षण व बीज प्रक्रिया कार्यशाला सम्पन्न हुई. सोयाबीन ये स्वपरागित फसल रहने से किसानों को प्रतिवर्ष बुआई के लिए नए से बीज खरीदी करने की आवश्यकता नहीं है. इस में घर का ही बीज का उपयोग किया तो किसानों की बीजों पर के खर्च की बचत हो सकती है़ इस के लिए कृषि विभाग की ओर से प्रतिवर्ष घरेलू सोयाबीन बीज उपयोग के संबंध में मुहिम चलायी जाती है़
गत वर्ष बारिश के कारण बीज भीग जाने से उसके अंकुरण शक्ति पर विपरीत परिनाम होने की संभावना रहती है़ इसलिए किसानों ने बीज अंकुरण क्षमता किस प्रकार से निरीक्षण करना इस संबंध में ग्राम पाचंबा में जिला अधीक्षक कृषि अधिकारी एस. एम. तोटावार, तहसील कृषि अधिकारी काव्यश्री घोलप के मार्गदर्शन में कार्यशाला का आयोजन किया गया था.
इस कार्यशाला में कृषि पर्यवेक्षक एस. एस. थोरात, कृषि सहायक एन. पी. शिंदे ने किसानों को मार्गदर्शन किया़ इसके साथ ही राज्य पुरस्कृत सोयाबीन फसल उत्पादकता वृध्दि व मूल्य श्रृखंला विकास योजना के संबंध में किसानों को मार्गदर्शन करके किसानों ने 25 मई तक आनलाइन आवेदन प्रस्तुत करने का आहवान किया गया़ इस कार्यशाला में किसान बड़ी संख्या में उपस्थित थे़