आसेगांव. 27 जुलाई की सुबह 9 बजे के दौरान से सूरज देवता के दर्शन सभी को हुए जिस कारण खेती के कृषि कार्यों को गति मिल गई. 28 जुलाई को खेतों में मजदूरों की रौनक ही रौनक कामकाज करते हुए दिखाई दी. किसानों समेत मजदूर वर्ग को खेती में कीटनाशक औषधि छिड़काव के कार्य करते हुए देखने की तस्वीर दिखाई दी. इस के अलावा महिला मजदूरों को खेती के निराई वाले कार्य करते हुए देखा गया. इतना ही नहीं अनेक खेतों में मजदूर व किसान बैलों के माध्यम से फसलों को निराई करते हुए दिखाई दिए.
इस के अलावा बारिश की दो दिनो की विश्रांति के कारणवश भीषण गर्मी से सभी को झुजना पड़ा इतना ही नहीं घरों में गर्मी से बचाव के लिए लोगो ने कूलर पंखों को शुरू किया. वही विविध ऑफिसों में ठंडी एसी शुरू करने की नौबत झुजती हुई गर्मी से निजात पाने के लिए चलाना पड़ा.
बीते 15 जुलाई से लगातार आए दिन कभी हल्की तो कभी मध्यम तेज बारिश का सिलसिला शुरू था. जिस वजह से खेतों में बड़े पैमाने पर जल जमाव था. इतना ही नहीं खेतो के कार्यों को करते समय किसान और मजदूरों के पैर जमीन नम रहने से फंसने लगे थे. जिस कारण से खेती के सभी मुख्य कार्य बाधित हो रहे थे. लेकिन बीते दो दिनो से बारिश के विश्रांति लेने के कारण तथा धूप की तपन रहने से जमीन थोड़ी बहुत कड़क हुई जिससे किसानों को खेती कार्यों को करने का मौका मिल गया. और पुरे जोश के साथ किसान और मजदूर कृषि कार्यों के लिए खेतो में जुट गए.
गांव में सन्नाटा खेतों में चहलपहल
दो दिनों से जिस तरह बारिश रुकी है. उसने किसानों को खेती कार्य करने का सुनहरा मौका दिया है. इसी को लक बाय चांस समझ कर किसान खेतो के कृषि कार्यों में जुट गए है. महिलाएं भी खेती में कामकाज के लिए जाने के कारण खेतो में रौनक और गांव कस्बों में सन्नाटा वाली स्थिती बन गईं है. जिस कारण देहातो में घूमकर व्यापार करने वाले व्यापारियों के सभी व्यापार आधे से नीचे खिसक गए है.