BJP agitation in Aurangabad regarding OBC reservation

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    वाशिम. राज्य में महाविकास आघाड़ी सरकार की वजह से स्थानीय स्वराज्य संस्था का ओबीसी आरक्षण समाप्त होने से ओबीसी समाज पर बड़ा अन्याय हो गया है़  ओबीसी आरक्षण प्रश्न सुलझाने तक चुनाव नहीं लेने का बतानेवाली सरकार अपने बयान पर कायम नहीं रही है.

    इस अन्याय की ओर ध्यान आकर्षण करने के लिए व ओबीसी समाज को हक का आरक्षण वापस प्राप्त कराके देने के लिए भारतीय जनता पार्टी ने एल्गार पुकारा है. जिससे भाजपा ने 15 सितंबर को जिले भर में जिलाध्यक्ष विधायक राजेंद्र पाटणी, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य राजु पाटिल राजे के नेतृत्व में चक्काजाम आंदोलन किया़ 

    जिले की सभी छह तहसील स्थानों पर कार्यकर्ताओं ने रास्ता रोको आंदोलन किया़  इस अवसर पर पुलिस ने हजारों कार्यकर्ताओं को स्थान बध्द किया़  शहर के पुसद नाका परिसर में नागेश घोपे, ओबीसी मोर्चा के जिलाध्यक्ष संतोष मुरकुटे, प्रल्हाद गोरे व राहुल तुपसांडे के नेतृत्व में सैंकड़ों कार्यकर्ताओं ने एक घंटे तक रास्ता रोककर सरकार के विरोध में घोषणाबाजी की. जिससे पुसद नाके पर यातायात प्रभावित हुई थी़.

    महाविकास आघाड़ी सरकार के निष्क्रियता से स्थानीय स्वराज्य संस्था के ओबीसी का आरक्षण समाप्त किया गया़  राज्य में देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व की सरकार ने ओबीसी आरक्षण कायम रहना इसके लिए प्रक्रिया शुरू की थी़  लेकिन इस के बाद सत्ता में आए महाविकास आघाड़ी सरकार ने यह प्रक्रिया ठप कर दी है़  न्यायालय में अपना पक्ष प्रभावी ढ़ंग से नहीं रखा. ओबीसी समाज की संख्या निर्धारित करने के लिए पिछड़ावर्गीय आयोग गठित किया.

    लेकिन आयोग को निधि नहीं दिया, कर्मचारी नहीं दिए. राज्य सरकार ने ओबीसी समाज पर किए अन्याय के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी ने एल्गार पुकारा है़  जिले में सभी तहसीलस्तरों पर चक्काजाम आंदोलन कर निषेध किया.

    आंदोलन में अंबादास कालापाड, रामप्रसाद सरनाईक, अनिल ताजणे, शरद चव्हाण, नागोराव वाघ, धनंजय हेंद्रे, धनंजय रणखांब, धनाजी सारस्कर, गणेश खंडालकर, सुनील तापडिया, अर्चना खोरणे, अंजलि पाठक, भावना सरनाईक, करूणा कल्ले, गिरीश शर्मा, मदन राठी, नीलेश जयस्वाल समेत भाजपा पदाधिकारी व कार्यकर्ता शामिल थे.